भारत के खिलाफ साजिश की बू ! चुपचाप पाकिस्तान पहुंचे अमेरिकी राजदूत, PoK के विपक्षी नेता ने भी उठाए सवाल

punjabkesari.in Tuesday, Sep 26, 2023 - 05:00 PM (IST)

इस्‍लामाबाद: अमेरिकी राजदूत डेविड ब्‍लोम का चुपचाप PoK यानि पाकिस्‍तान के कब्‍जे वाली कश्‍मीर का गुप्त दौरा चर्चा में  है। ब्‍लोम पिछले साल भी PoK गए थे और तब भारत ने इसका विरोध किया था।  अमेरिका ने एक बार फिर ऐसा कदम उठाया है जो भारत को भड़काने वाला हो सकता है।  ब्‍लोम ने PoK को आजाद कश्‍मीर बता डाला है। उनके इस बयान के बाद भारत और अमेरिका के बीच कुछ तनातनी आ सकती है क्‍योंकि दोनों ही देशों के बीच पहले ही कनाडा की वजह से कुछ मतभेद आ गए हैं। गिलगित बाल्टिस्तान (PoK) में विपक्षी नेता काज़िम मेसुम ने पाकिस्तान में अमेरिकी राजदूत डोनाल्ड ब्लोम की छह दिवसीय पाकिस्तान यात्रा पर सवाल उठाया है और उनकी 'रहस्यमय गतिविधियों' पर चिंता व्यक्त की है। यह डॉन न्यूज रविवार को रिपोर्ट की गई।


छह दिवसीय यात्रा के दौरान, अमेरिकी राजदूत ने विभिन्न क्षेत्रों का दौरा किया और स्थानीय प्रतिनिधियों और गिलगित बाल्टिस्तान (GB) सरकार के अधिकारियों से मुलाकात की। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार राजदूत के दौरे को दूतावास और स्थानीय सरकार दोनों ने गुप्त रखा था क्योंकि दौरे के बारे में मीडिया को कोई विवरण नहीं दिया गया था। दूत की यात्रा के बारे में एकमात्र आधिकारिक जानकारी जीबी डिप्टी स्पीकर के कार्यालय द्वारा जारी एक बयान में दी गई।जीबी के विपक्षी नेता काज़िम मेसुम ने शुक्रवार को जीबी विधानसभा में कहा, क्षेत्र में अमेरिकी राजदूत की "रहस्यमय गतिविधियों" ने सवाल उठाए हैं, उन्होंने कहा कि जीबी सरकार को इस यात्रा के बारे में जानकारी नहीं थी।उन्होंने कहा, "किसी भी देश के राजदूत के लिए इस क्षेत्र का दौरा करने की एक निर्धारित प्रक्रिया है," उन्होंने ग्वादर की यात्रा के बाद ब्लोम के गिलगित आगमन को "संदिग्ध" बताया।

 

डॉन न्यूज के अनुसार, अमेरिकी राजदूत ने जीबी की अपनी यात्रा से कुछ दिन पहले बंदरगाह शहर का भी दौरा किया, जहां चीन सीपीईसी के हिस्से के रूप में बुनियादी ढांचा परियोजनाओं को क्रियान्वित कर रहा है।विपक्षी नेता ने कहा कि सीपीईसी के दो सबसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों का दौरा "अमेरिका की सीपीईसी रोकथाम नीति" का हिस्सा था। उधर, ब्‍लोम के इस कदम के बाद सवाल उठ रहे हैं कि क्‍या अमेरिका खतरनाक तरीके से डबल गेम खेल रहा है। पाकिस्‍तान की मीडिया के मुताबिक डोनाल्ड ब्लोम ने 'आजाद जम्मू और कश्मीर विश्वविद्यालय' में आधिकारिक तौर पर पुष्पांजलि अर्पित की। साथ ही पौधारोपण किया। मुजफ्फराबाद दौरे के दौरान उन्होंने पीओके को 'आजाद जम्मू-कश्मीर' कहा। ब्‍लोम चुपचाप पीओके और गिलगित-बाल्टिस्तान पहुंचे थे। उनकी इस छह दिवसीय यात्रा को तब तक सीक्रेट रखा गया था जब तक कि गिलगित-बाल्टिस्तान में विपक्षी नेता काजिम मेसुम ने यात्रा के इरादे पर सवाल नहीं उठाया।

 

अभी तक अमेरिका ने कश्‍मीर पर किसी का भी पक्ष नहीं लिया है। लेकिन अब इस मामले में अमेरिका के रवैये को लेकर चिंताएं बढ़ा दी हैं। पाकिस्‍तान कई बार कोशिश कर चुका है कि वह जम्‍मू कश्‍मीर मसले पर अंतरराष्‍ट्रीय समुदाय का समर्थन हासिल करे। कई बार उसने इस पर कब्‍जे का प्रयास भी किया। हर बार वह मुंह की खाता है और विश्‍व समुदाय के सामने उसे शर्मिंदा भी होना पड़ता है।" मैंने साल 2021 में टाइम्‍स ग्रुप को ज्‍वॉइन किया और फिलहाल एनबीटी ऑनलाइन में अंतरराष्‍ट्रीय खबरों के सेक्‍शन की जिम्‍मेदारी निभा रही हूं। जर्नलिज्‍म में कुल अनुभव 15 साल का है और अंतरराष्‍ट्रीय मामलों के अलावा रक्षा और राष्‍ट्रीय राजनीति और मनोरंजन में भी रूचि है। "


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Content Writer

Tanuja

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