G20 समिट के बाद PM मोदी की लोकप्रियता में हुआ इजाफा, वैश्विक नेताओं में शीर्ष पर कायम, जो बाइडेन इस नंबर पर
punjabkesari.in Friday, Sep 15, 2023 - 06:45 PM (IST)

नेशनल डेस्कः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 76 प्रतिशत अप्रूवल रेटिंग के साथ वैश्विक नेताओं में शीर्ष पर बने हुए हैं। रेटिंग एजेंसी मॉर्निंग कंसल्ट ने एक सर्वे में बताया कि पीएम मोदी 76 फीसदी अप्रूवल रेटिंग के साथ वैश्विक नेताओं में पहली पसंद बने हुए हैं। अमेरिका स्थित कंसल्टेंसी फर्म के 'ग्लोबल लीडर अप्रूवल रेटिंग ट्रैकर' के मुताबिक 76 फीसदी लोग पीएम मोदी के नेतृत्व को स्वीकार करते हैं, जबकि 18 फीसदी लोग इससे असहमत हैं और छह फीसदी ने इस पर कोई राय नहीं दी।
रेटिंग एजेंसी के मुताबिक, स्विट्जरलैंड के राष्ट्रपति एलेन बर्सेट 64 प्रतिशत और मेक्सिको के राष्ट्रपति एंड्रेस मैनुअल लोपेज ओब्रेडोर 61 प्रतिशत के साथ दूसरे और तीसरे नंबर पर बने हुए हैं। हालांकि, पीएम मोदी की अप्रूवल रेटिंग इन दोनों नेताओं से कहीं ज्यादा है। इससे पहले आए सर्वे में भी प्रधानमंत्री मोदी शीर्ष पर थे।
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन 40 फीसदी, कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रूडो 37 फीसदी, यूके के पीएम ऋषि सुनक को 27 फीसदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों को सिर्फ 24 फीसदी रेटिंग मिली है। भारत ने हाल ही में राष्ट्रीय राजधानी में G20 शिखर सम्मेलन की सफलतापूर्वक मेजबानी की, जिसमें 40 से अधिक वैश्विक नेताओं और उनके प्रतिनिधिमंडलों ने हिस्सा लिया।
G20 शिखर सम्मेलन नई दिल्ली घोषणा को पूर्ण सर्वसम्मति के साथ सर्वसम्मति से अपनाया गया। घोषणा की एक प्रमुख विशेषता सभी वैश्विक शक्तियों को एक मंच पर लाना और रूस-यूक्रेन युद्ध जैसे विभाजनकारी मुद्दे पर आम सहमति बनाना था। शिखर सम्मेलन के समापन पर पीएम मोदी ने ब्राजील के राष्ट्रपति लूला डी सिल्वा को G20 की अध्यक्षता सौंपी और अंतरराष्ट्रीय आर्थिक सहयोग के लिए प्रमुख मंच पर दिए गए सुझावों और प्रस्तावों की समीक्षा के लिए नवंबर में एक आभासी G20 सत्र आयोजित करने का भी प्रस्ताव रखा।
भारत के G20 की अध्यक्षता के दौरान ग्लोबल साउथ और विकासशील देशों की आवाज उठाना नई दिल्ली के एजेंडे में सबसे आगे था। G20 प्रेसीडेंसी के लिए भारत की थीम भी 'एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य' थी, जिसका संस्कृत अनुवाद 'वसुधैव कुटुंबकम' है।
पीएम मोदी ने कहा कि भारत की जी20 की अध्यक्षता देश के अंदर और बाहर दोनों जगह समावेशन का प्रतीक बन गई है। उन्होंने कहा कि यह भारत में "पीपुल्स G20" बन गया है और करोड़ों नागरिक इससे जुड़े हुए हैं। G20 शिखर सम्मेलन में भारत की अध्यक्षता का एक प्रमुख और ऐतिहासिक लाभ अफ्रीकी संघ को 20 के समूह (G20) के स्थायी सदस्य के रूप में शामिल करना है।