संविधान की प्रति लेकर नई संसद में प्रवेश कर सकते हैं PM मोदी, न्यू पार्लियामेंट में जाने की सभी तैयारियां पूरी

punjabkesari.in Monday, Sep 18, 2023 - 07:35 AM (IST)

नेशनल डेस्कः संसद का पांच दिवसीय विशेष सत्र सोमवार यानी 18 सितंबर से शुरू हो रहा है। विशेष सत्र पुरानी संसद से शुरू होकर नई संसद मे प्रवेश करेगा। सरकार की ओर से बताया गया है कि 18 सितंबर को  संविधान सभा से शुरू हुई संसद की 75 वर्ष की यात्रा पर विशेष चर्चा है। इसके अगले दिन यानी मंगलवार को विशेष कार्यक्रम में पुराने संसद से नए संसद भवन में प्रवेश होगा। सूत्र बताते हैं कि प्रधानमंत्री मोदी संविधान की प्रति लेकर नए संसद भवन में प्रवेश करेंगे। आपको बता दें कि जब नरेंद्र मोदी पहली बार सांसद बनकर आए तब प्रवेश से पहले संसद की सीढ़ियों पर मात्था टेका था।
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बता दें कि 28 मई 2023 को पीएम मोदी ने नई संसद भवन का उद्घाटन किया था। विपक्ष ने नई संसद के उद्घाटन का बॉयकॉट किया था। प्रधानमंत्री मोदी ने संसद भवन के उद्घाटन पर सेंगोल की स्थापना की थी। यह सेंगोल लोकसभा स्पीकर की सीट के बगल में स्थापित किया गया है।
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इससे पहले उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने रविवार को नये संसद भवन पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया। उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के साथ नये संसद भवन के ‘गज द्वार' के ऊपर तिरंगा फहराया। ध्वजारोहण समारोह सोमवार से शुरू होने वाले पांच दिवसीय संसद सत्र से एक दिन पहले हुआ। इस बार संसद की कार्यवाही पुराने भवन के बजाय नये भवन में होने की संभावना है। नया भवन पुरानी इमारत के पास ही है।

इससे पहले, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के संसदीय ड्यूटी ग्रुप ने धनखड़ और बिरला को ‘गार्ड ऑफ ऑनर' दिया। धनखड़ ने समारोह के बाद कहा, ‘‘यह एक ऐतिहासिक क्षण है। भारत युग परिवर्तन का साक्षी बन रहा है। दुनिया भारत की ताकत, शक्ति और योगदान को पूरी तरह से पहचानती है।'' ध्वाजारोहण समारोह में पीयूष गोयल, प्रह्लाद जोशी और अर्जुन राम मेघवाल सहित कई केंद्रीय मंत्री तथा अन्य राजनीतिक दलों के नेता भी मौजूद रहे। कार्यक्रम के बाद धनखड़ और बिरला ने मेहमानों से बातचीत की। इस दौरान पृष्ठभूमि में सीआरपीएफ बैंड बज रहा था।
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वहीं, सोमवार से शुरू हो रहे सत्र को बुलाए जाने के असामान्य समय ने सभी को हैरत में डाला है। हालांकि, सत्र के लिए सूचीबद्ध एजेंडे का एक मुख्य विषय संविधान सभा से शुरू हुई संसद की 75 वर्ष की यात्रा पर विशेष चर्चा है। सरकार ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त और अन्य निर्वाचन आयुक्तों की नियुक्ति के प्रावधानों वाले विधेयक को भी सत्र में चर्चा एवं पारित कराने के लिए सूचीबद्ध किया है। यह विधेयक पिछले मानसून सत्र के दौरान राज्यसभा में पेश किया गया था।

सत्र को लेकर लगाए जा रहे कयास के बीच संसद को नये भवन में स्थानांतरित किए जाने की प्रबल संभावना है, जिसका उद्घाटन 28 मई को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया था। संसद के विभिन्न विभागों के कर्मचारी भी नयी वर्दी में दिखाई पड़ सकते हैं। भारत की अध्यक्षता में राष्ट्रीय राजधानी में जी20 शिखर सम्मेलन के सफल आयोजन ने मोदी की लोकप्रियता को और बढ़ा दिया है और सत्र में चर्चा के दौरान सत्ता पक्ष द्वारा इस तथ्य की तरफ प्रमुखता से ध्यान आकर्षित किया जा सकता है।
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सत्र के दौरान ‘‘संविधान सभा से शुरू होने वाली 75 वर्ष की संसदीय यात्रा-उपलब्धियां, अनुभव, यादें और सीख'' पर चर्चा के अलावा, लोकसभा के लिए अन्य सूचीबद्ध कार्यों में अधिवक्ता (संशोधन) विधेयक 2023, प्रेस और पत्र-पत्रिका पंजीकरण विधेयक 2023 शामिल हैं, जो तीन अगस्त 2023 को राज्यसभा में पहले ही पारित हो चुका है। एक आधिकारिक बुलेटिन के अनुसार, डाकघर विधेयक 2023 को भी लोकसभा की कार्यवाही में सूचीबद्ध किया गया है। यह विधेयक 10 अगस्त 2023 को राज्यसभा में पेश किया गया था। कार्य सूची अस्थाई है और इसमें अधिक विषय जोड़े जा सकते हैं।

 


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Content Writer

Yaspal

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