लोग कहते थे अनुच्छेद 370 हटेगा तो खून की नदियां बहेंगी, ये ऐतिहासिक रैली उनके लिए जवाब है: जम्मू-कश्मीर में गरजे अमित शाह

punjabkesari.in Tuesday, Oct 04, 2022 - 02:00 PM (IST)

नेशनल डेस्क:  केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जम्मू-कश्मीर के दौरे पर हैं, जहां उन्होंने सबसे पहले माता वैष्णों देवी में पूजा अर्चना की। जिसके बाद वह राजौरी पहुंचेय  यह उन्होंने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर में पहले सिर्फ 3 परिवार शासन किया करते थे, लेकिन अब सत्ता पंचायतों, जिला परिषदों में निर्वाचित 30,000 लोगों के पास है। उन्होंने कहा कि क्या आप सभी को कभी भी ग्राम पंचायत, तहसील पंचायत, जिला पंचायत का अधिकार मिला था क्या? तीन परिवारों ने लोकतंत्र का, जम्हूरियत का मतलब सिर्फ पीढ़ियों तक शाासन करना निकाल दिया था। देश में सरकार बदली, 2014 से नरेन्द्र मोदी जी प्रधानमंत्री बनें, तब मोदी जी ने सबसे पहले जम्मू-कश्मीर में पंचायत के चुनाव कराए. पहले जो सिर्फ तीन परिवार के पास था, आज 30 हजार के पास जम्मू-कश्मीर का शासन आया है।

धारा 370 को लेकर शाह ने कहा कि अनुच्छेद 370 रद्द किए जाने के बाद दलितों, पिछड़ों तथा पर्वतीय क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को आरक्षण को लाभ दिए जा रहे हैं। आज यह रैली ऐतिहासिक है। मोदी-मोदी के नारे उन लोगों को जवाब है, जो कहते थे कि अनुच्छेद 370 जाएगा तो खून की नदियां बहेंगी। मोदी जी ने 5 अगस्त 2019 को एक महत्वपूर्ण फैसला दिया। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35A को उखाड़ कर फेक दिया। अगर अनुच्छेद 370 और 35A नहीं हटता तो जम्मू-कश्मीर में ट्राइबल रिजर्वेशन नहीं मिलता। अनुच्छेद 370 और 35A हटने से यहां पिछड़ों को, दलितों को, आदिवासियों को और पहाड़ियों को अपना अधिकार मिलने वाला है. पहाड़ी, गुर्जर, बकरवाल को आरक्षण मिला।

अमित शाह ने कहा कि आज नवरात्रि का अंतिम दिन है, माता वैष्णो देवी जी के दर्शन करके खुशहाल कश्मीर का आशीर्वाद मांग कर यहां आया हूं। शाह ने कहा कि आज मोदी जी पूरे जम्मू-कश्मीर के 27 लाख परिवारों को पांच लाख तक का स्वास्थ्य का पूरा खर्च उठा रहे हैं, 70 वर्ष में इन तीन परिवारों ने दिया क्या?


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Content Writer

Anu Malhotra

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