पासपोर्ट का रंग बताएगा आपकी ताकत, जानें किस रंग का पासपोर्ट है सबसे 'पावरफुल' और किसे मिलता है VVIP ट्रीटमेंट
punjabkesari.in Monday, Aug 25, 2025 - 02:17 PM (IST)

नेशनल डेस्क: भारत में पासपोर्ट केवल एक यात्रा दस्तावेज़ नहीं, बल्कि आपकी नागरिक स्थिति, उद्देश्य और भूमिका का संकेतक भी होता है। चलिए जानते हैं कि आखिर इन चार रंगों का मतलब क्या है और किसे कौन सा पासपोर्ट मिलता है।
कौन करता है पासपोर्ट की निगरानी?
भारत में पासपोर्ट से जुड़ी सारी व्यवस्था विदेश मंत्रालय (Ministry of External Affairs) के अंतर्गत आती है। पासपोर्ट अधिनियम 1967 के तहत यह प्रणाली संचालित होती है। हाल के वर्षों में इसमें काफी बदलाव हुए हैं, खासकर ई-पासपोर्ट के आने से प्रक्रिया और भी आसान, तेज और सुरक्षित हो गई है।
ई-पासपोर्ट में एक इलेक्ट्रॉनिक चिप होती है, जिसमें यात्री की बायोमेट्रिक जानकारी और अन्य जरूरी डाटा स्टोर होता है। इससे फर्जीवाड़ा रुकता है और इमिग्रेशन जांच भी तेज़ हो जाती है।
नीला पासपोर्ट: आम नागरिकों के लिए
भारत में सबसे ज़्यादा उपयोग में आने वाला पासपोर्ट नीले रंग का होता है। इसे आम भाषा में "ऑर्डिनरी पासपोर्ट" कहा जाता है। यह पासपोर्ट पढ़ाई, नौकरी, टूरिज़्म या व्यापारिक यात्रा के लिए इस्तेमाल होता है।
इस पासपोर्ट को पाने के लिए व्यक्ति को अपनी पहचान, जन्म प्रमाण, निवास और नागरिकता से जुड़े दस्तावेज़ देने होते हैं। अब यह भी ई-पासपोर्ट फॉर्मेट में मिलने लगा है।
सफेद पासपोर्ट: सरकारी ड्यूटी पर जाने वालों के लिए
यह पासपोर्ट आम जनता को नहीं मिलता। सफेद रंग का पासपोर्ट केवल उन्हीं अधिकारियों को दिया जाता है जो किसी सरकारी काम से विदेश जा रहे होते हैं, जैसे सिविल सर्वेंट्स या सेना के अधिकारी। इस पासपोर्ट के लिए आवेदन करने से पहले व्यक्ति को अपने विभाग से अप्रूवल, ड्यूटी सर्टिफिकेट और आवश्यक पहचान दस्तावेज़ देने होते हैं। इस प्रक्रिया में प्रधानमंत्री कार्यालय से भी मंजूरी आवश्यक होती है।
लाल या मैरून पासपोर्ट: राजनयिकों के लिए
इस रंग का पासपोर्ट डिप्लोमैट्स और उच्च अधिकारियों को जारी किया जाता है। इसे रखने वाले व्यक्ति को कई देशों में वीज़ा-फ्री या प्राथमिकता के साथ प्रवेश मिलता है। राजनयिक पासपोर्ट प्राप्त करने की प्रक्रिया बेहद सख्त होती है। इसमें विभागीय अनुशंसा, ड्यूटी ऑर्डर और पीएमओ की स्वीकृति शामिल होती है। अब यह भी ई-पासपोर्ट फॉर्मेट में उपलब्ध है।
नारंगी पासपोर्ट: ECR श्रेणी में आने वालों के लिए
यह पासपोर्ट उन लोगों को दिया जाता है जो Emigration Check Required (ECR) कैटेगरी में आते हैं। इनमें वे व्यक्ति शामिल होते हैं जिनकी शैक्षणिक योग्यता सीमित होती है और जो कामकाजी उद्देश्य से खास देशों की यात्रा करते हैं।
नारंगी पासपोर्ट का अर्थ है कि पासपोर्टधारी को विदेश जाने से पहले अतिरिक्त इमिग्रेशन प्रक्रिया से गुजरना होगा ताकि उसे मानव तस्करी या धोखाधड़ी से बचाया जा सके।
पासपोर्ट के रंग क्यों मायने रखते हैं?
अक्सर लोग सोचते हैं कि पासपोर्ट के अलग-अलग रंग सिर्फ डिज़ाइन या सरकारी फैसला भर हैं, लेकिन हकीकत में ये आपकी पहचान, अधिकार और यात्रा के उद्देश्य को दर्शाते हैं।
रंग उपयोगकर्ता उद्देश्य
🟦 नीला आम नागरिक पर्सनल/प्रोफेशनल यात्रा
⚪ सफेद सरकारी अधिकारी ऑफिशियल ड्यूटी
🔴 लाल राजनयिक उच्च स्तरीय अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधित्व
🟧 नारंगी ECR कैटेगरी सुरक्षित रोजगार संबंधित यात्रा
ई-पासपोर्ट की शुरुआत से भारत ने अंतरराष्ट्रीय यात्रा को न केवल सुरक्षित और आसान, बल्कि तेज और फुल-प्रूफ भी बना दिया है। अब पासपोर्ट सिर्फ एक किताब नहीं, बल्कि आपके बायोमेट्रिक पहचान से जुड़ा डिजिटल दस्तावेज़ बन गया है।