पंजाब के ट्रैवल एजेंटों में मचा हड़कंप, करोड़ों रुपए के नुक्सान का अंदेशा
punjabkesari.in Friday, Sep 22, 2023 - 01:42 AM (IST)

नेशनल डेस्क: भारत और कनाडा के मध्य चल रहे तनाव के बीच एक तरफ जहां कनाडा में पढ़ने वाले स्टूडैंट्स और अभिभावक परेशान हैं, वहीं पंजाब के ट्रैवल एजैंटों में भी इस मामले में स्थिति साफ न होने के कारण हड़कंप मचा हुआ है। मीडिया में आ रहे समाचारों के कारम चिंतित अभिभावक ट्रैवल एजैंटों के कार्यालयों में चक्कर काट रहे हैं और ट्रैवल एजैंट इन अभिभावकों को अपनी जानकारी के आधार पर संतुष्ट कर रहे हैं।
कनाडा के नाम पर चल रहा है करोड़ों का कारोबार
दरअसल पंजाब से विदेश में पढ़ाई के लिए जाने वाले छात्रों में से अधिकतर छात्र कनाडा को प्राथमिकता देते हैं, इसे देखते हुए ही कई एजैंटों ने भारत के साथ-साथ कनाडा में भी अपने दफ्तर खोल लिए हैं और कई एजैंट छात्रों को गुमराह करके गलत कालेजों में दाखिला दिलवा देते हैं और फिर उन्हें मान्यता प्राप्त कालेजों में दाखिले के लिए दोबारा पैसे खर्च करने पड़ते हैं।
ट्रैवल कारोबारियों ने बंद किए आवेदन
भारत और कनाडा के मध्य चल रहे विवाद के बीच ट्रैवल एजैंटों ने अब कैनेडा के वीजा के लिए आवेदन करने बंद कर दिए हैं। इंडस्ट्री को आशंका है कि भारत और कनाडा के मध्य चल रहा विवाद गहरा सकता है और इसका असर स्टूडैंट्स की वीजा एप्लीकेशन्स पर भी पड़ेगा और वीजा एप्लीकेशन्स रद्द होने की दर बढ़ सकती है, जिससे स्टूडैंट्स को होने वाले वित्तीय नुक्सान के साथ-साथ ट्रैवल एजैटों की साख को भी नुक्सान होगा। लिहाजा अब ट्रैवल एजैंट माहौल ठीक होने का इंतजार कर रहे हैं।
कनाडा में वीजा और पी.आर. मिलना आसान
कनाडा के प्रति पंजाबी छात्रों के बढ़ते रुझान का कारण कनाडा में सिटीजनशिप के नियम का आसान होना और इमीग्रेशन आसानी से मिलना है। पंजाब से अधिकतर छात्र वेंकूवर, ब्रैम्पटन, मिसीसागा, कैलेगरी और ओटावा में जाते हैं। इन इलाकों में पढ़ाई के साथ-साथ वर्क परमिट और पी.आर. आसानी से मिल जाती है। पी.आर. मिलने के बाद छात्र अपने अभिभावकों को भी कनाडा बुला लेते हैं।
कनाडा के प्रति बढ़ते पंजाबियों के रुझान के कारण पंजाब के ट्रैवल एजैंट कारोबारियों ने करोड़ों रुपए खर्च करके कनाडा में कालेज खरीदे हुए हैं और ये कारोबारी हर साल पंजाब के कई छात्रों को अपने ही कालेजों में भेज देते थे। इससे पहले ये एजैंट छात्रों को कैनेडियन कालेजों में दाखिला करवाते थे और इससे उन्हें 15 से लेकर 30 फीसदी तक कमिशन मिलती थी। लेकिन अब दोनों देशों के मध्य चल रहे तनाव के कारण स्टूडैंट्स वीजा में गिरावट आई तो इन कारोबारियों में कनाडा में किए गए अपने निवेश पर भी नुक्सान हो सकता है।
कनाडा की आर्थिक स्थिति खराब, छात्रों को नहीं मिल रहा काम
कनाडा में इन दिनों आर्थिक स्थिति डावांडोल चल रही है, जिस कारण छात्रों को काम नहीं मिल पा रहा और कनाडा में रह रहे छात्र भारत में अपने परिजनों से ही पैसे मंगवा कर गुजारा कर रहे हैं। कई छात्रों ने कनाडा में चल रहे इस आर्थिक संकट को लेकर अपने सोशल मीडिया अकाऊंट्स पर भी पोस्ट डालनी शुरू कर दी है।