अब PAK मिसाइलों का काल बनेगा भारत, 30,000 करोड़ की डील... मजबूत होगा बॉर्डर
punjabkesari.in Saturday, Sep 27, 2025 - 10:39 PM (IST)

नेशनल डेस्क: भारत ने रक्षा क्षेत्र में एक और बड़ा कदम उठाते हुए स्वदेशी एयर डिफेंस सिस्टम ‘अनंत शस्त्र’ के विकास को अंतिम मंजूरी दे दी है। यह जमीन से हवा में मार करने वाला मिसाइल सिस्टम है, जो दुश्मन के हवाई खतरों को पलक झपकते ही ध्वस्त कर सकता है। भारतीय सेना ने इसके निर्माण और आपूर्ति के लिए सरकारी कंपनी भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (BEL) को टेंडर जारी किया है।
दिलचस्प बात यह है कि ‘अनंत शस्त्र’ वही सिस्टम है, जिसे पहले क्विक रिएक्शन सरफेस-टू-एयर मिसाइल (QRSAM) कहा जाता था। इसे DRDO ने डिजाइन और विकसित किया है। करीब 30,000 करोड़ रुपये की लागत वाले इस प्रोजेक्ट का मुख्य उद्देश्य पाकिस्तान और चीन सीमा पर वायु रक्षा को अभेद्य बनाना है।
ऑपरेशन सिंदूर में मिला आत्मविश्वास
‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान पाकिस्तानी ड्रोन हमलों का मुकाबला करने में सेना की एयर डिफेंस (AAD) ने निर्णायक भूमिका निभाई थी। फिलहाल AAD, भारतीय वायुसेना के साथ मिलकर MRSAM और आकाश प्रणालियों का उपयोग कर रही है। इस अनुभव के बाद ही रक्षा अधिग्रहण परिषद ने मई में नए सिस्टम को मंजूरी दी।
अनंत शस्त्र की घातक क्षमता
यह मोबाइल मिसाइल सिस्टम लगातार चलते-फिरते भी लक्ष्य को खोजने, ट्रैक करने और सटीक वार करने में सक्षम है। इसकी मारक क्षमता 30 किलोमीटर तक है। इसे मौजूदा MRSAM और आकाश सिस्टम के साथ जोड़ने पर भारत की एयर डिफेंस और भी मजबूत होगी।
पाकिस्तान को पहले ही दिया करारा जवाब
अधिकारियों के मुताबिक, ‘अनंत शस्त्र’ का परीक्षण दिन और रात दोनों परिस्थितियों में सफल रहा है। पाकिस्तान के साथ चार दिन चले संघर्ष में भारत ने L-70, Zu-23 गन, आकाश, MRSAM और वायुसेना के Spyder व S-400 सिस्टम का इस्तेमाल कर उसे करारा जवाब दिया था।
आगे की रणनीति
भारतीय सेना की एयर डिफेंस शाखा भविष्य में तुर्की और चीनी तकनीक वाले पाकिस्तानी ड्रोन को रोकने के लिए नए रडार, शॉर्ट-रेंज मिसाइल सिस्टम, जैमर और लेजर-आधारित हथियार शामिल करने जा रही है।