NASA के अंतरिक्ष यात्री ने स्पेस से खींची 'गंगा' की दुर्लभ तस्वीर, किया सबको मंत्रमुग्ध
punjabkesari.in Wednesday, Aug 13, 2025 - 02:46 PM (IST)

नेशनल डेस्क: धरती को अंतरिक्ष से देखने का नजरिया हमेशा से रहस्यमयी और रोमांचक रहा है। हाल ही में नासा के एस्ट्रोनॉट जॉन पेटिट ने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) से एक ऐसी तस्वीर साझा की है, जिसने वैज्ञानिकों और पर्यावरण प्रेमियों दोनों का ध्यान अपनी ओर खींचा है। यह तस्वीर दुनिया के सबसे बड़े नदी डेल्टा - गंगा-ब्रह्मपुत्र डेल्टा- की है, जो पूर्वी भारत और बांग्लादेश में फैला हुआ है।
क्या खास है इस तस्वीर में?
इस भव्य तस्वीर को Near-Infrared फोटोग्राफी तकनीक के माध्यम से लिया गया है, जिससे धरती की हरियाली और जल स्रोतों को अत्यंत स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है। तकनीक की मदद से यह तस्वीर सिर्फ खूबसूरत ही नहीं, बल्कि बेहद उपयोगी भी बन गई है। इसमें मैंग्रोव के हरे जंगल, नदी की शाखाएं और समुद्र में मिलते हुए बहाव को बारीकी से देखा जा सकता है।
गंगा डेल्टा: प्रकृति का अद्भुत चमत्कार
गंगा-ब्रह्मपुत्र डेल्टा, जिसे सुंदरबन डेल्टा या बंगाल डेल्टा भी कहा जाता है, लगभग 1 लाख वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है और यह बंगाल की खाड़ी में जाकर समाप्त होता है। यह क्षेत्र न केवल जैवविविधता से भरपूर है, बल्कि लाखों लोगों की आजीविका का केंद्र भी है। यहां की मिट्टी अत्यधिक उपजाऊ मानी जाती है, जिससे यह क्षेत्र कृषि के लिए स्वर्ग जैसा है।
मैंग्रोव जंगलों की भूमिका
इस डेल्टा क्षेत्र की सबसे खास बात इसके मैंग्रोव वन हैं। ये जंगल खारे पानी में भी उगने वाले खास पौधों से बनते हैं और समुद्री किनारों की रक्षा करने में अहम भूमिका निभाते हैं। ये ना सिर्फ समुद्री जीवन के लिए जरूरी हैं, बल्कि पर्यावरण को संतुलित रखने, तटीय क्षेत्रों को कटाव से बचाने और कार्बन डाइऑक्साइड को अवशोषित करने में भी मदद करते हैं।
स्पेस से ली गई तस्वीर क्यों है महत्वपूर्ण?
पेटिट ने इस तस्वीर को साझा करते हुए बताया कि इस तरह की इन्फ्रारेड इमेजिंग से वैज्ञानिक धरती के हरित क्षेत्र, जल वितरण, और भूमि में हो रहे बदलावों की गहराई से निगरानी कर सकते हैं। ये तकनीक जलवायु परिवर्तन और पारिस्थितिकी तंत्र के अध्ययन में भी उपयोगी साबित हो रही है।
सोशल मीडिया पर लोगों की प्रतिक्रिया
इस तस्वीर के सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर इसकी काफी सराहना हो रही है। यूज़र्स इसे "धरती की सबसे सुंदर झलक" और "प्रकृति और तकनीक का अद्भुत संगम" कहकर साझा कर रहे हैं। कई पर्यावरणविदों ने इसे जलवायु जागरूकता बढ़ाने वाला एक शानदार विजुअल टूल बताया है।