नैनो यूरिया ही आधुनिक कृषि का भविष्य
punjabkesari.in Saturday, Aug 19, 2023 - 06:56 PM (IST)

चण्डीगढ, 19 अगस्त- (अर्चना सेठी) हरियाणा के सहकारिता व जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री डॉ. बनवारी लाल ने कहा कि नैनो यूरिया ही आधुनिक खेती का भविष्य है। प्रधानमंत्री का किसानों की आय बढ़ाने करने का जो प्रण है, उसके लिए हरियाणा सरकार भी निरंतर प्रयासरत है।जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री डॉ. बनवारी लाल शनिवार को रेवाड़ी में इफको द्वारा आयोजित ’नैनो उर्वरक का फसल उत्पादन में महत्व’ विषय पर आधारित विचार गोष्ठी में बोल रहे थे।
मंत्री डॉ. बनवारी लाल ने कहा कि भूमि संरक्षण व तरल नैनो उर्वरक से होने वाले अन्य आर्थिक व स्वास्थ्य संबंधी फायदों के लिए भी सरकार कार्य कर रही है। किसानों के आर्थिक उत्थान के लिये ही सरकार यूरिया पर प्रति बोरी 2700 रुपये की सब्सिडी देती है लेकिन यह पूरी तरह सार्थक नहीं हो पाती है और किसान को आर्थिक रूप से आगे बढ़ाने में दिक्कतें आ रही हैं ।
डॉ. बनवारी लाल ने कहा कि नैनो यूरिया के प्रयोग से इन सभी समस्याओं से निजात पाया जा सकता है चूंकि तरल नैनो यूरिया की 500 मि.ली की मात्रा एक बोरी यूरिया के बराबर नाइट्रोजन फसलो को प्रदान करती है। नैनो यूरिया के इस्तेमाल से सरकार पर सब्सिडी का बोझ खत्म होगा और साथ ही इससे मिट्टी की गुणवत्ता और मानव के स्वास्थ्य पर भी कोई नुकसान नहीं पहुंचेगा।
डॉ. बनवारी लाल ने कहा कि यूरिया के ज्यादा संपर्क से कैंसर जैसी गंभीर बीमारियां भी हो सकती हैं इसीलिए किसानों से अपील है कि अपनी जमीन और आने वाली नस्लों की सुरक्षा के लिए नैनो यूरिया का इस्तेमाल करें । नैनो यूरिया के ड्रोन द्वारा छिड़काव की प्रक्रिया किसानों को सुलभ करवाने के लिए भी प्रयास किए जा रहे हैं। सरकार ने ड्रोन से छिड़काव के प्रशिक्षण के लिए 45 हजार रुपए की सब्सिडी देने का भी निर्णय लिया है। ड्रोन सस्ती से सस्ती कीमत पर किसानों एवं सहकारी समितियों को आसानी से उपलब्ध हो सके। इस पर भी कार्य किया जा रहा है।
सहकारिता मंत्री ने कहा कि सहकार से समृद्धि का देश की जीडीपी में बहुत बड़ा योगदान है। सहकारिता रोजगार वर्धन के साथ साथ मुनाफे में भी अप्रत्याशित वृद्धि कर सकता है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत बनाने का स्वप्न भी सहकारिता के जरिए से साकार हो सकता है।
डा. बनवारी लाल ने कहा कि हरियाणा की सभी 751 पैक्स को कंप्यूटरीकृत करने की प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है। इससे विभाग में पारदर्शिता आएगी सभी पैक्स बहुउपयोगी बनेंगी। इससे हैफेड, डेयरी व शुगरफेड के उत्पाद भी पैक्स के जरिये नागरिकों को उपलब्ध हो सकेंगे व रोजगार के अवसरों में भी बढ़ोतरी होगी।