मम्मी हिंदुस्तानी, पापा पाकिस्तानी… MP के 9 बच्चों का भविष्य दाव पर, सरकार के सामने धर्मसंकट

punjabkesari.in Tuesday, Apr 29, 2025 - 07:14 PM (IST)

नेशलन डेस्क: भारत और पाकिस्तान के रिश्तों के बीच एक ऐसी कहानी जो न तो कूटनीति समझ पा रही है और न ही कानून... मध्य प्रदेश के तीन शहरों में 9 मासूम ऐसे हैं जिनकी मां हिंदुस्तानी हैं, लेकिन पिता पाकिस्तानी। सरकार के वतन वापसी आदेश के बाद अब सवाल ये है – इन बच्चों का भविष्य कहां होगा? मां के साथ भारत में या पिता के साथ पाकिस्तान में? ये एक ऐसा धर्मसंकट है जिसमें इंसानियत और नियम आमने-सामने खड़े हैं।
मध्य प्रदेश में एक अनोखा और संवेदनशील मामला सामने आया है। यहां कुल 9 नाबालिग बच्चे ऐसे हैं जिनकी मां भारतीय नागरिक हैं, लेकिन पिता पाकिस्तान के रहने वाले हैं। अब सवाल ये उठ रहा है कि ये बच्चे भारत में मां के साथ रहेंगे या वतन लौटेंगे पिता के साथ पाकिस्तान?

कहां-कहां हैं ये बच्चे?

  • जबलपुर: 3 बच्चे

  • इंदौर: 4 बच्चे

  • भोपाल: 2 बच्चे

इन सभी बच्चों के पिता पाकिस्तानी हैं और मां भारतीय हैं। इनमें से कुछ मामलों में पिता पहले ही पाकिस्तान लौट चुके हैं या लौटने की तैयारी में हैं। 25 अप्रैल को भारत सरकार ने आतंकी घटनाओं के बाद बड़ा फैसला लेते हुए कहा कि पाकिस्तानी नागरिकों को SAARC, मेडिकल, टूरिस्ट और अन्य अल्पकालिक वीजा पर भारत में रुकने की अनुमति नहीं दी जाएगी। उन्हें 27 से 29 अप्रैल के बीच देश छोड़ने को कहा गया। लेकिन इन 9 बच्चों का मामला इससे अलग और संवेदनशील है, क्योंकि उनके माता-पिता अलग-अलग देशों के हैं।

अफसरों को नहीं मिल रहा साफ रास्ता

स्थानीय प्रशासन और पुलिस इस स्थिति को लेकर उलझन में हैं। उन्होंने इस मामले पर मध्य प्रदेश शासन और केंद्रीय गृह मंत्रालय से दिशा-निर्देश मांगे हैं। एक अधिकारी ने बताया, “हम ये तय नहीं कर पा रहे कि बच्चे भारत में अपनी मां के साथ रह सकते हैं या उन्हें भी पिता के साथ पाकिस्तान भेजा जाएगा।”

एक और उलझन – LTV आवेदन

भोपाल में एक पाकिस्तानी नागरिक ने 25 अप्रैल को लॉन्ग टर्म वीजा (LTV) के लिए आवेदन किया था – यानी ठीक उसी दिन जब भारत सरकार ने वतन वापसी का आदेश दिया। अब ये तय करना बाकी है कि ऐसे आवेदन पर क्या कार्रवाई की जाए।

किन्हें मिली छूट?

हालांकि, केंद्र सरकार ने कुछ पाकिस्तानी नागरिकों को छूट भी दी है:

  • लॉन्ग टर्म वीजा धारक

  • राजनयिक और सरकारी वीजा वाले लोग

  • धार्मिक उत्पीड़न के कारण भारत आए पाकिस्तानी हिंदू शरणार्थी

 


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Content Editor

Ashutosh Chaubey

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