हर दिन भिंडी खा-खा कर तंग आ गया बेटा, 1200 KM दूर निकला और फिर गुस्से में आकर...

punjabkesari.in Monday, Jul 14, 2025 - 09:54 AM (IST)

नेशनल डेस्क। क्या आपने कभी सुना है कि किसी को कोई सब्जी इतनी नापसंद हो कि वह घर ही छोड़ दे? जी हां ऐसा ही एक हैरान कर देने वाला मामला नागपुर में सामने आया है जहां 17 साल के एक लड़के को भिंडी की सब्जी बिल्कुल पसंद नहीं थी। मां के बार-बार भिंडी बनाने से नाराज होकर वह गुरुवार रात को घर छोड़कर भाग गया। पुलिस ने उसे लगभग 1200 किलोमीटर दूर दिल्ली से ढूंढ निकाला और सुरक्षित नागपुर वापस ले आई।

भिंडी बनी झगड़े की जड़, लड़का पहुंचा दिल्ली

घटना नागपुर शहर की है। बीती 10 जुलाई को एक बार फिर घर में भिंडी की सब्जी बनी तो 17 वर्षीय लड़का भड़क गया। मां से बहस करने के बाद वह रात करीब 11 बजे बिना किसी को कुछ बताए घर से निकल गया और ट्रेन में बैठकर दिल्ली पहुंच गया।

घरवालों ने पहले उसे नागपुर और अपने रिश्तेदारों के यहां ढूंढा लेकिन जब वह नहीं मिला तो परिजनों ने कोतवाली थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। इसके बाद मानव तस्करी विरोधी इकाई और पुलिस टीम हरकत में आई और मिलकर उसे दिल्ली से ढूंढ निकाला।

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12वीं पास था, स्वभाव से था संवेदनशील

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यह लड़का हाल ही में कक्षा 12वीं की परीक्षा पास कर चुका था और इन दिनों कॉलेज में एडमिशन की तैयारी कर रहा था। पढ़ाई में वह ठीक-ठाक था लेकिन स्वभाव से थोड़ा संवेदनशील था। भिंडी की सब्जी को लेकर वह अक्सर नाराज़ हो जाता था और मां से झगड़ता रहता था। 10 जुलाई की रात को भी मां ने जब खाने में भिंडी बनाई तो दोनों में जमकर बहस हुई। फिर लड़का चुपचाप घर छोड़कर निकल गया। ना उसने किसी को बताया ना कोई संपर्क किया।

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मोबाइल लोकेशन और दोस्तों की मदद से दिल्ली से मिला

जब किशोर रात भर घर नहीं लौटा और उसका मोबाइल भी स्विच ऑफ मिला तो घरवालों ने चिंतित होकर अगले दिन सुबह कोतवाली थाने में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई। मामला एक नाबालिग से जुड़ा था इसलिए इसे गंभीरता से लिया गया। निरीक्षक ललिता तोदसे के नेतृत्व में एक टीम बनाई गई और साथ ही AHTU की मदद भी ली गई ताकि किशोर कहीं किसी गलत परिस्थिति का शिकार न हो।

जांच के दौरान पुलिस ने किशोर के मोबाइल फोन की लोकेशन, उसके सोशल मीडिया अकाउंट और फोन कॉल्स की पड़ताल की। इन्हीं सब की मदद से यह पता चला कि वह ट्रेन से दिल्ली गया है। इसके बाद पुलिस टीम ने दिल्ली में उसके पुराने दोस्तों से संपर्क किया। पूछताछ में एक दोस्त ने बताया कि वह उसी के पास रुका हुआ है। जानकारी की पुष्टि होते ही नागपुर पुलिस की टीम ने दिल्ली जाकर उसे सुरक्षित बरामद कर लिया।

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काउंसलिंग के बाद फ्लाइट से वापस नागपुर

पुलिस ने बताया कि बरामदगी के समय किशोर पूरी तरह सुरक्षित और शारीरिक रूप से स्वस्थ था लेकिन उसमें गुस्से के संकेत जरूर नजर आ रहे थे। इसलिए उसे थाने में लाने के बाद काउंसलिंग दी गई ताकि वह इस तरह के कदम दोबारा न उठाए। पुलिस ने उसे समझाया कि किसी भी असहमति या नाराज़गी को बातचीत से सुलझाया जा सकता है। लड़के को दिल्ली से नागपुर फ्लाइट से लाया गया और फिर थाने में उसे उसके माता-पिता को सौंपा गया। मां-बाप अपने बेटे को देखकर भावुक हो गए। थाने में ही पुलिस अधिकारियों ने परिवार के साथ बातचीत की और भविष्य में ऐसी स्थिति दोबारा न बने इसके लिए उन्हें परामर्श भी दिया गया।

कोतवाली पुलिस और AHTU ने सभी से अपील की है कि किशोरों की मानसिक स्थिति को लेकर परिवार सतर्क रहें। घरों में संवाद की कमी, आदेशात्मक व्यवहार और भावनात्मक दूरी कई बार ऐसे फैसलों को जन्म देती है जो संकटपूर्ण हो सकते हैं।


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Content Editor

Rohini Oberoi

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