Cyclone Ditwah Alert: 100 Km/h की रफ्तार से आ रहा तूफान, इन 3 राज्यों में जारी हुआ रेड अलर्ट!
punjabkesari.in Saturday, Nov 29, 2025 - 03:44 PM (IST)
नेशनल डेस्क: बंगाल की खाड़ी में उठे शक्तिशाली चक्रवाती तूफान 'दितवाह' के कारण दक्षिण भारत के तीन राज्यों में भारी तबाही का खतरा मंडरा रहा है। श्रीलंका में 69 लोगों की जान लेने के बाद यह तूफान अब तेजी से भारत के तटों की ओर बढ़ रहा है। IMD ने उत्तरी तमिलनाडु, पुडुचेरी और दक्षिणी आंध्र प्रदेश के लिए हाई अलर्ट जारी किया है, जहां अगले तीन दिनों तक मौसम बेहद खराब रहने का अनुमान है।
100 kmph तक पहुंच सकती है तूफान की रफ्तार
IMD के अनुसार चक्रवाती तूफान 'दितवाह' जब तटों से टकराएगा तो इसकी रफ्तार 100 kmph तक पहुँच सकती है। इस तूफान से तमिलनाडु, केरल, आंध्र प्रदेश और पुडुचेरी के तटीय इलाके प्रभावित होंगे। वहीं इन क्षेत्रों में भारी से बहुत भारी बारिश का पूर्वानुमान है। इस अत्यधिक बारिश से स्थानीय स्तर पर बाढ़ और पहाड़ी इलाकों में अचानक बाढ़ (Flash Floods) जैसी स्थिति उत्पन्न हो सकती है।

कहाँ है तूफान 'दितवाह'?
मौसम विज्ञान के डायरेक्टर जनरल डॉ. मृत्युंजय महापात्रा ने तूफान की वर्तमान स्थिति बताई है। यह साइक्लोन श्रीलंका के तटीय इलाकों और उससे सटे दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर सक्रिय है। यह चेन्नई से लगभग 480 किलोमीटर दक्षिण में मौजूद है। तूफान उत्तर-उत्तर-पश्चिम की ओर आगे बढ़ रहा है। यह रविवार की सुबह (30 तारीख) तक उत्तरी तमिलनाडु और पुडुचेरी के तटों के पास पहुँच जाएगा।
समुद्री किनारों के लिए विशेष चेतावनी
डॉ. महापात्रा ने 29 और 30 तारीख को समुद्री तटों पर खराब मौसम और तूफानी लहरों का खतरा बताया है। तूफानी लहरें उत्तरी तमिलनाडु और पुडुचेरी के निचले तटीय इलाकों में पानी भर सकती हैं। सुरक्षा को देखते हुए मछुआरों को 30 तारीख तक समुद्र में न जाने की सख्त चेतावनी दी गई है।

कुड्डालोर जिले में ज़बरदस्त तैयारी
तमिलनाडु के कुड्डालोर जिले के कलेक्टर सिबी अधित्या ने IMD की बहुत भारी बारिश की चेतावनी के बाद युद्धस्तर पर तैयारी शुरू कर दी है। 22 अत्यधिक खतरे वाली जगहों और 39 ज्यादा खतरे वाली जगहों की पहचान की गई है, जहाँ अक्सर जल जमाव होता है। लोगों को सुरक्षित निकालने और उन्हें भोजन-पानी उपलब्ध कराने के लिए 233 राहत सेंटर चिह्नित किए गए हैं। पानी जमा होने की समस्या को तुरंत ठीक करने के लिए मोटर और अन्य जरूरी उपकरण पहले से ही तैनात कर दिए गए हैं।
