‘उदयपुर फाइल्स’ पर घमासान: मुस्लिम संगठनों की चेतावनी, 'अगर फिल्म दिखाई गई तो...'
punjabkesari.in Tuesday, Jul 08, 2025 - 04:23 AM (IST)

नेशनल डेस्कः राजस्थान के उदयपुर में दर्जी कन्हैयालाल की हत्या पर आधारित फिल्म उदयपुर फ्लाइस जल्द रिलीज होने वाली है लेकिन फिल्म पर कई मुस्लिम संगठनों ने सवाल खड़े किए हैं और फिल्म को थियेटर में ना चलाए इसलिए कई मूवी थिएटर को पत्र तक लिखा है।
हजरत ख्वाजा गरीब नवाज वेलफेयर संगठन ने महाराष्ट्र के 20 से अधिक थिएटरों को पत्र भेजा है, जिसमें चेतावनी दी गई है कि अगर ये थिएटर फिल्म ‘उदयपुर फाइल्स’ दिखाते हैं तो उनकी तरफ से कड़ा कदम उठाया जाएगा।
आरोप क्या हैं?
संगठन का आरोप है कि फिल्म में इस्लामी संस्थाओं जैसे दारुल उलूम, देवबंद और जमीयत उलमा‑ए‑हिंद को बेशर्म तरीके से निशाना बनाया गया है, जिससे मुसलमानों की भावनाएं आहत होंगी।
हाई कोर्ट में विरोध:
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मौलाना अरशद मदनी (जमीयत उलेमा‑ए‑हिंद) ने दिल्ली, महाराष्ट्र और गुजरात हाई कोर्ट में याचिकाएं दायर की हैं, जिसमें फिल्म को ‘संप्रदायिक नफ़रत फैलाने वाली’ बताया गया है।
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याचिका में CBFC सर्टिफिकेट को भी चुनौती दी गई है और फिल्म को प्रदर्शित करने पर आपात रोक लगाने की मांग की गई है।
ट्रेलर में क्या दिखाया गया?
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हाल ही में जारी ट्रेलर में नूपुर शर्मा का विवादित बयान शामिल है, जिससे साम्प्रदायिक तनाव बढ़ने की आशंका है।
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इसमें ज्ञानवापी मस्जिद जैसे संवेदनशील विषयों का जिक्र भी है, जो सलाह- न्यायाधीन मामले में चल रहे हैं।
निर्माता का पक्ष:
फिल्म के निर्माता अमित जानी का कहना है कि फिल्म को सेंसर बोर्ड द्वारा प्रमाणित किया गया है और जो धमकियाँ दी जा रही हैं वह अवैध और गैरकानूनी हैं।
विवाद की व्यापकता:
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विवाद सिर्फ महाराष्ट्र तक सीमित नहीं है; दिल्ली और गुजरात में भी कानूनी लड़ाई शुरू हो चुकी है।
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मुस्लिम संगठनों ने फिल्म को इस्लाम विरोधी प्रोपेगैंडा करार देते हुए राष्ट्रपति और सुप्रीम कोर्ट से हस्तक्षेप की मांग की है।