कोटा में किडनैप हुई एमपी की बेटी, हाथ-पैर बंधे फोटो हुई वायरल, सिंधिया ने की राजस्थान के सीएम से बात

punjabkesari.in Tuesday, Mar 19, 2024 - 09:59 PM (IST)

नेशनल डेस्कः मध्य प्रदेश के शिवपुरी की रहने वाली 21 वर्षीय एक युवती का कोटा से कथित तौर पर अपहरण कर लिया गया। उसके पिता ने दावा किया कि अपहरणकर्ताओं ने उनसे 30 लाख रुपये की फिरौती मांगी है। कोटा पुलिस ने बताया कि वे मामले की जांच में जुटे हैं और अभी तक इस बात की पुष्टि नहीं हुई है कि युवती को कोटा से अगवा किया गया है या नहीं। इस बीच केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से फोन पर बात कर मामले में कार्रवाई करने की अपील की है। 

कोटा शहर की पुलिस अधीक्षक अमृता दुहान ने मंगलवार को युवती को ढूंढ निकालने में किसी भी तरह का सुराग देने वाले को 20 हजार रुपये नकद इनाम की घोषणा की। उन्होंने बताया, '' युवती का पता लगाने के लिए पुलिस टीमें गठित कर दी गयी हैं और जांच के संबंध में अन्य राज्यों की पुलिस के साथ संपर्क किया गया है।''

युवती के पिता ने पुलिस को दी गई शिकायत में बताया कि वह अपनी बेटी को पिछले साल अगस्त में परीक्षा की कोचिंग के लिए कोटा ले गए थे और वह विज्ञान नगर थाना क्षेत्र के अंतर्गत एक छात्रावास में रह रही थी। क्षेत्रनिरीक्षक सतीश चौधरी ने मंगलवार की सुबह 'पीटीआई-भाषा' को बताया कि युवती के पिता ने 30 लाख रुपये की फिरौती मांगे जाने का दावा करते हुए कहा कि उनकी बेटी की कुछ तस्वीरें भी उन्हें मिलीं जिनमें उसके हाथ पैर बंधे हुए नजर आ रहे हैं।

पुलिस अधिकारी ने कहा कि शिकायत के आधार पर पुलिस ने सोमवार रात अपहरण का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। सतीश चौधरी ने बताया कि पुलिस को प्रारंभिक जांच के दौरान उस संस्थान या छात्रावास में युवती के प्रवेश का कोई रिकॉर्ड नहीं मिला, जिसका उल्लेख उसके पिता ने किया था। उन्होंने कहा, ''अभी इसकी पुष्टि और सत्यापन होना बाकी है कि कोटा से युवती का अपहरण वास्तव में किया गया या नहीं।'' उन्होंने कहा कि युवती के पिता की शिकायत के आधार पर जांच चल रही है।

क्षेत्राधिकारी पुलिस उपाधीक्षक योगेश शर्मा ने बताया कि युवती पिछले छह से सात महीनों से कोटा में नहीं थी और उसने शहर के किसी भी कोचिंग संस्थान या छात्रावास में प्रवेश नहीं लिया। वहीं दुहान ने मंगलवार शाम संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि मामले में छापेमारी के लिए पुलिस टीमें गठित कर दी गईं हैं। अधिकारी ने बताया, ''लड़की किसी भी कोचिंग संस्थान में नहीं पढ़ती थी और न ही किसी छात्रावास में रहती थी। जहां तक युवती के माता-पिता को उसकी परीक्षाओं में प्राप्त अंकों के बारे में मिले संदेशों की बात है तो प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत होता है कि वे किसी भी कोचिंग संस्थान से नहीं भेजे गए थे।'' उन्होंने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है। भाषा जितेंद्र माधव


 


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Content Writer

Yaspal

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