खूंखार आंतकी मसूद अजहर की मौतः टीवी रिपोर्ट
punjabkesari.in Sunday, Mar 03, 2019 - 06:22 PM (IST)

इस्लामाबाद: ख़ुफ़िया सूत्रों व टीवी रिपोर्ट के हवाले से पता चला है कि पुलवामा हमले के मुख्य आरोपी, संसद हमला, पठानकोट हमले जैसे कई आतंकी हमलों के मास्टरमाइंड और भारत के मोस्ट वांटेड आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर मौत की मौत हो गई । मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मसूद की मौत किडनी फेल होने की वजह से हुई है। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में इस खबर के बाद सोशल मीडिया पर भी तेजी से ऐसी जानकारी वायरल हो रही है लेकिन अभी तक किसी विश्वसनीय अंतरराष्ट्रीय या राष्ट्रीय समाचार एजेंसी ने इस खबर की पुष्टि नहीं की है।
इससे पहले शनिवार को खबर आई थी कि मसूद अजहर की किडनी फेल हो चुकी है और वह नियमित डायलिसिस पर है। शनिवार को एक शीर्ष भारतीय सुरक्षा अधिकारी ने रिपोर्ट के हवाले से बताया था कि मसूद का पाकिस्तान के रावलपिंडी में एक आर्मी अस्पताल में इलाज चल रहा है। रावलपिंडी में ही पाकिस्तानी सेना का मुख्यालय भी है। बताया जा रहा कि उसका इलाज पाकिस्तान सरकार की निगरानी में हो रहा था। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने भी एक बयान में कहा था कि जैश का सरगना ‘बीमार' है। बता दें कि जम्मू-कश्मीर के पुलवामा आतंकी हमले की जिम्मेदारी मसूद अजहर के आतंकी संगठन जैश ने ली थी। इस हमले में CRPF के 40 जवान शहीद हो गए थे। इसके बाद से ही भारत-पाक के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया है।
कुरैशी ने गुरुवार को कहा था, ‘‘मुझे मिली जानकारी के मुताबिक वह पाकिस्तान में ही है। वह इस हद तक बीमार है कि घर से बाहर भी नहीं निकल सकता. वह काफी बीमार है।'मसूद की मौत की खबरें आने के बाद रिटायर्ड कर्नल आशीष खन्ना ने कहा कि हो सकता है कि मौलाना मसूद एयर स्ट्राइक में ही घायल हुआ और उसी कैम्प में रहा हो जिस पर स्ट्राइक हुई और अब इलाज के दौरान मरा हो, लेकिन पाकिस्तान इस बात को भी छुपाना चाहेगा।
मसूद को अलकायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन का करीबी माना जाता था। 1999 में केंद्र की अटल बिहारी वाजपेयी सरकार को एयर इंडिया के एक हाईजैक विमान में फंसे लोगों को बचाने के बदले मसूद को छोड़ना पड़ा था। उसे 1994 में जम्मू-कश्मीर से गिरफ्तार किया गया था। रिहाई के बाद उसने जैश की स्थापना की। 2000 में उसके एक आत्मघाती हमलावर ने श्रीनगर में हमले को अंजाम दिया। जैश संसद के अलावा 2016 में पठानकोट एयरबेस और उसी साल उड़ी सैन्य बेस पर हुए आतंकी हमले में शामिल रहा है।