बिहार की नई युवा शक्ति: मैथिली ठाकुर ने पहली ही लड़ाई में मारी बाजी, महज 25 साल की उम्र में बनी विधायक

punjabkesari.in Friday, Nov 14, 2025 - 09:19 PM (IST)

नेशनल डेस्कः बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में दरभंगा जिले की अलीनगर सीट ने एक ऐतिहासिक पल देखा, जब पहली बार चुनाव लड़ रहीं मशहूर लोक गायिका मैथिली ठाकुर ने एनडीए समर्थित भाजपा के टिकट पर बड़ी जीत हासिल की। 25 वर्षीय मैथिली ने आरजेडी प्रत्याशी विनोद मिश्रा को 11,700 से अधिक वोटों से हराकर अलीनगर में भगवा जीत दर्ज कर दी। यह अंतर लगातार बढ़ता रहा, और हर राउंड में मैथिली ने बढ़त बनाए रखी।

इस सीट से कुल 12 उम्मीदवार मैदान में थे, लेकिन मुख्य मुकाबला भाजपा और राजद के बीच ही रहा। चुनावी माहौल में भीड़ की सबसे बड़ी आकर्षण बनीं मैथिली को युवा, महिलाओं और पहली बार वोट डालने वालों से जबरदस्त समर्थन मिला।

कौन हैं मैथिली ठाकुर? — एक प्रतिभा, जिसने संगीत और राजनीति दोनों में छाप छोड़ी

संगीत की दुनिया का उभरता सितारा

बिहार के मधुबनी में जन्मी मैथिली बचपन से ही संगीत में रमी रही हैं। उनके पिता रमेश ठाकुर, जो स्वयं एक संगीत शिक्षक हैं, ने उन्हें बचपन से ही शास्त्रीय संगीत, लोकगीत और भजन की ट्रेनिंग दी।

  • तीन भाई–बहन: मैथिली, ऋषभ और अयाची

  • सोशल मीडिया पर ‘ठाकुर बंधु’ के नाम से मशहूर संगीत तिकड़ी

  • यू-ट्यूब और फेसबुक पर करोड़ों फॉलोअर्स

  • लोकगीत, मैथिली गीत, भोजपुरी, भजन और हिंदुस्तानी शास्त्रीय गायन में महारत

मैथिली ने अपनी मधुर आवाज के दम पर न सिर्फ बिहार बल्कि देशभर में लोक संगीत को नई पहचान दिलाई है।

लोकप्रियता का राजनीति में असर

 मैथिली की छवि साफ-सुथरी, पारदर्शी और जमीन से जुड़ी रही है।उनके गानों में बिहार की बोली, संस्कृति और लोकसंस्कृति की झलक मिलती है, जिसने उन्हें गांव-गांव तक लोकप्रिय बनाया। युवा, महिलाएं और ग्रामीण समुदाय—सभी वर्गों में उनकी बड़ी फैन फॉलोइंग ने उन्हें चुनाव में एक मजबूत उम्मीदवार बना दिया। राजनीति में उनके आने से अलीनगर सीट का समीकरण बदल गया, क्योंकि उनका नाम अपने आप में एक ब्रांड है।

क्यों आसानी से जीतीं मैथिली ठाकुर? — जीत के कारक

  • सोशल मीडिया पर विशाल लोकप्रियता

  • युवा और पहली बार वोट डालने वालों का मजबूत समर्थन

  • परिवार की सरल छवि और सांस्कृतिक जुड़ाव

  • एनडीए का मजबूत संगठन और बूथ मैनेजमेंट

  • विरोधियों में एकता की कमी और वोट बिखराव

  • साफ-सुथरी राजनीति और नई ऊर्जा का वादा

इन सभी कारणों से मैथिली ठाकुर ने विधानसभा चुनाव में शानदार जीत दर्ज कर ली।

25 साल की उम्र में बनीं विधायक — बिहार की युवा राजनीति में नया चेहरा

मैथिली ठाकुर अब बिहार विधानसभा में सबसे युवा विधायकों में शामिल हो गई हैं। उनसे उम्मीद है कि वे संस्कृति, शिक्षा, युवाओं और कला से जुड़े मुद्दों पर नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोण लेकर आएंगी।


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Content Writer

Pardeep

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