PM मोदी ने लाल कृष्ण आडवाणी को जन्मदिन की दी बधाई, घर जाकर की मुलाकात
punjabkesari.in Saturday, Nov 08, 2025 - 08:47 PM (IST)
नेशनल डेस्क : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और ‘भारत रत्न’ से सम्मानित लालकृष्ण आडवाणी आज अपना 98वां जन्मदिन मना रहे हैं। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली स्थित उनके आवास पहुंचे और उन्हें पुष्पगुच्छ भेंट कर शुभकामनाएं दीं।
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (X) पर अपनी और आडवाणी की एक तस्वीर साझा करते हुए लिखा कि लालकृष्ण आडवाणी एक महान दूरदर्शी व बुद्धिमान राजनेता हैं, जिनका जीवन भारत की प्रगति के लिए समर्पित रहा है। उन्होंने कहा कि आडवाणी का योगदान भारत के लोकतांत्रिक और सांस्कृतिक परिदृश्य पर अमिट छाप छोड़ गया है। प्रधानमंत्री ने उनके अच्छे स्वास्थ्य और दीर्घायु की कामना भी की।
Greetings to Shri LK Advani Ji on his birthday. A statesman blessed with towering vision and intellect, Advani Ji’s life has been dedicated to strengthening India’s progress. He has always embodied the spirit of selfless duty and steadfast principles. His contributions have left…
— Narendra Modi (@narendramodi) November 8, 2025
अमित शाह ने भी दी शुभकामनाएं
गृह मंत्री अमित शाह ने भी आडवाणी को जन्मदिन की बधाई दी। उन्होंने लिखा, “भाजपा के संस्थापक सदस्य, पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और करोड़ों कार्यकर्ताओं के प्रेरणास्रोत, भारत रत्न लालकृष्ण आडवाणीजी को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं।” शाह ने कहा कि आडवाणी ने अपने जीवन में निःस्वार्थ भाव से राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखा। उन्होंने संगठन को गांवों से लेकर महानगरों तक फैलाया और गृह मंत्री के रूप में देश की सुरक्षा को सुदृढ़ किया। श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन में भी उन्होंने अग्रणी भूमिका निभाई और रथ यात्रा के माध्यम से देशव्यापी जनजागरण किया।
कराची से दिल्ली तक की यात्रा
लालकृष्ण आडवाणी का जन्म 8 नवंबर 1927 को सिंध प्रांत (अब पाकिस्तान) के कराची में हुआ था। विभाजन के बाद वे दिल्ली आ गए। उन्होंने कराची के सेंट पैट्रिक स्कूल और बाद में बॉम्बे लॉ कॉलेज से शिक्षा प्राप्त की। आडवाणी ने मात्र 14 वर्ष की आयु में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की सदस्यता ली। उनका राजनीतिक सफर पत्रकारिता से आरंभ हुआ, जहां वे ‘ऑर्गनाइजर’ साप्ताहिक पत्र में सह-संपादक रहे। उसी दौर में उन्होंने भारतीय राजनीति को गहराई से समझा और आगे चलकर एक विचारवान राजनेता के रूप में पहचान बनाई।
