कभी भारत नहीं देखा, फिर भी भारतीय म्यूजिक से इतना प्यार...जानिए कौन है 'कैसमी' जिसके PM मोदी भी हुए मुरीद
punjabkesari.in Sunday, Sep 24, 2023 - 02:39 PM (IST)

नेशनल डेस्क: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने मासिक कार्यक्रम मन की बात में जर्मनी की एक लड़की कैसमी का उल्लेख किया, जो भारतीय संगीत गायन में पारंगत है। पीएम मोदी ने आकाशवाणी पर अपनी मासिक कार्यक्रम की 105वीं में राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय संस्कृति और भारतीय संगीत अब वैश्विक हो चुका है। दुनियाभर के लोगों का इनसे लगाव दिनों-दिन बढ़ता ही जा रहा है। उन्होंने जर्मनी की एक लड़की कैसमी का ऑडियो क्लिप सुनवाया और कहा, ' इसे सुनकर आप भी हैरान हो गए न। कितनी मधुर आवाज है और हर शब्द में जो भाव झलकते हैं, ईश्वर के प्रति इनका लगाव हम अनुभव कर सकते हैं। अगर मैं ये बताऊं कि ये सुरीली आवाज जर्मनी की एक बेटी की है, तो शायद आप और अधिक हैरान होंगे।
You will be spellbound hearing CassMae sing in Indian languages. She belongs to Germany and is visually impaired but that has not deterred her from pursuing her passion for music. #MannKiBaat pic.twitter.com/XFN90yBxZZ
— Narendra Modi (@narendramodi) September 24, 2023
इस बिटिया का नाम - कैसमी है।' प्रधानमंत्री ने कहा कि जर्मनी की रहने वाली 21 वर्षीय कैसमी कभी भारत नहीं आई है, लेकिन, वह भारतीय संगीत की दीवानी है, जिसने कभी भारत को देखा तक नहीं, उसकी भारतीय संगीत में ये रूचि, बहुत ही प्रेरणादायक है। कैसमी जन्म से ही देख नहीं पाती है, लेकिन ये मुश्किल चुनौती उन्हें असाधारण उपलब्धियों से रोक नहीं पाई। संगीत और रचनात्मकता को लेकर उनकी रुचि कुछ ऐसी थी कि बचपन से ही उन्होंने गाना शुरू कर दिया। पीएम मोदी ने बताया कि भारतीय संगीत से कैसमी का परिचय 5-6 साल पहले ही हुआ। भारत के संगीत ने उनको इतना मोह लिया-इतना मोह लिया कि वो इसमें पूरी तरह से रम गई।
उन्होंने तबला बजाना भी सीखा है। वह कई सारी भारतीय भाषाओं में गाने में महारत हासिल कर चुकी हैं। संस्कृत, हिंदी, मलयालम, तमिल, कन्नड़ या फिर असमी, बंगाली, मराठी, उर्दू, उन्होंने इन सबमें अपने सुर साधे हैं। प्रधानमंत्री ने कैसमी की कन्नड़ और संस्कृत में गीत भी सुनवाया। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति और संगीत को लेकर जर्मनी की कैसमी के इस जुनून की मैं हृदय से सराहना करता हूं। उनका यह प्रयास हर भारतीय को अभिभूत करने वाला है।