केरल हाईकोर्ट के वकील पी. जी. मनु ने आत्महत्या की, पूर्व मुवक्किल पर ब्लैकमेल का आरोप
punjabkesari.in Friday, Apr 18, 2025 - 05:18 PM (IST)

नेशनल डेस्क: केरल उच्च न्यायालय के अधिवक्ता एवं पूर्व वरिष्ठ सरकारी वकील पी जी मनु ने अपने पूर्व मुवक्किल द्वारा लगातार परेशान किये जाने के कारण आत्महत्या कर ली। इस मामले की जांच कर रही पुलिस टीम ने यह दावा किया है। मनु ने केरल में राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) के वकील के रूप में भी काम किया था। वह 13 अप्रैल को कोल्लम जिले में अपने किराए के आवास पर मृत पाए गए थे और उनके पूर्व मुवक्किल जॉनसन जॉय को बुधवार को आत्महत्या के लिए उकसाने, जबरन वसूली के आरोपों और अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति (एसटी) अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत गिरफ्तार किया गया था। पुलिस के अनुसार, एर्नाकुलम जिले के पिरावोम निवासी जॉय (40) को बृहस्पतिवार को अदालत में पेश किया गया। अदालत ने उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया। पुलिस ने कहा कि वह मामले में और लोगों की संलिप्तता की जांच कर रही है क्योंकि मनु पर कुछ दोस्तों और कुछ ऑनलाइन मीडिया मंचों के जरिए दबाव डाला गया था। पुलिस के अनुसार, जॉय को पिछले साल अक्टूबर में एर्नाकुलम ग्रामीण पुलिस ने हत्या के प्रयास के एक मामले में गिरफ्तार किया था।
इसने बताया कि जब वह जेल में था, तब उसकी पत्नी ने इस मामले में कानूनी सहायता मांगने के लिए मनु से संपर्क किया था। पुलिस ने बताया कि जमानत मिलने के बाद जॉय ने मनु पर अपनी पत्नी का यौन शोषण करने का आरोप लगाया और बाद में कथित तौर पर वकील से कहा कि अगर वह माफी मांग ले तो मामला सुलझ सकता है। पिछले साल, इसी तरह के एक मामले में, उन्हें अपनी महिला मुवक्किल के साथ कथित तौर पर यौन उत्पीड़न करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। मामला दर्ज होने के बाद, उन्होंने पिछले साल 30 नवंबर को वरिष्ठ सरकारी अधिवक्ता के पद से इस्तीफा दे दिया था। पुलिस ने बताया कि इस डर से कि यौन शोषण का नया मामला सामने आने पर उनकी मौजूदा जमानत रद्द हो सकती है, मनु अपनी पत्नी और बहन के साथ जॉय के घर गये। इसने बताया कि वहां, उन्हें जॉय की पत्नी से माफी मांगने के लिए मजबूर किया गया। पुलिस ने बताया कि माफी मांगने की घटना को मोबाइल फोन पर रिकॉर्ड कर लिया गया और जॉय ने मनु को थप्पड़ मारा। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि वीडियो में दिख रहा है कि आरोपी ने उससे बार-बार आत्महत्या करने को कहा। जांच का नेतृत्व कर रहे कोल्लम शहर के सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) एस शरीफ ने कहा कि जांच अभी जारी है और इसमें शामिल अन्य व्यक्तियों के बारे में फिलहाल जानकारी नहीं दी जा सकती।
पुलिस ने बताया कि प्रारंभिक जांच में आत्महत्या का संकेत मिला था, लेकिन मनु के मोबाइल फोन की जांच में उन्हें ‘ब्लैकमेल' करने और आत्महत्या के लिए उकसाने की बात सामने आई। मूल रूप से राज्य के एर्णाकुलम जिले के पिरावोम के रहने वाले मनु एक महिला के साथ बलात्कार से संबंधित मामले में आरोपी थे, जो कानूनी सहायता के लिए उनके पास आई थी। हाल में उच्चतम न्यायालय ने उन्हें इस मामले में जमानत दी है। बताया जा रहा है कि एक वीडियो सामने आया था जिसमें मनु और उसके परिवार के सदस्य कथित उत्पीड़न के आरोप के सिलसिले में माफी मांगने के लिए एक अन्य महिला के घर गए थे। पुलिस ने बताया कि इसके बाद, वह कथित तौर पर गंभीर मानसिक तनाव में थे। पुलिस सूत्रों के अनुसार, जॉय पर उस वीडियो को रिकॉर्ड करने और उसे प्रसारित करने का आरोप है, जिसमें मनु माफी मांगता हुआ दिखाई दे रहा है। जांचकर्ताओं ने खुलासा किया कि जॉय ने मामले को निपटाने के लिए कथित तौर पर वित्तीय मुआवजे की मांग की थी, लेकिन मनु ने इससे इनकार कर दिया। इसके बाद यह वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया गया। एसीपी ने कहा कि इस संबंध में जांच जारी है।