आगामी विधानसभा चुनाव के बाद केजरीवाल की सत्ता में वापसी होगी, मनीष सिसोदिया ने जताया भरोसा
punjabkesari.in Saturday, Dec 14, 2024 - 05:51 PM (IST)
नेशनल डेस्क: आम आदमी पार्टी (आप) के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया ने शनिवार को विश्वास जताया कि दिल्ली में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के बाद पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की सत्ता में वापसी होगी। उन्होंने कहा कि दिल्ली के लोगों को केजरीवाल पर भरोसा है और उन्हें किसी और की जरूरत नहीं है। जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में त्रिकूटा की पहाड़ियों पर स्थित माता वैष्णो देवी मंदिर का दर्शन करने के बाद लौटे सिसोदिया ने एक बातचीत के दौरान, दिल्ली की ‘‘बिगड़ती कानून व्यवस्था'' को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की आलोचना की।
हम आगामी चुनाव भी अकेले ही लड़ेंगे
शुक्रवार शाम वैष्णो देवी मंदिर पहुंचे दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री सिसोदिया ने कहा, ‘‘हमने कांग्रेस के साथ बिना किसी गठबंधन के सभी चुनाव लड़े हैं, चाहे वह 2013, 2015 या 2019 का चुनाव हो और हम आगामी (विधानसभा) चुनाव भी अकेले ही लड़ेंगे।'' उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनता ही आप नेताओं को चुनाव लड़ाने के लिए प्रेरित करती है। सिसोदिया ने कहा, ‘‘बिजली, पानी, शिक्षा और स्वास्थ्य के मोर्चे पर केजरीवाल का काम जगजाहिर है और महिला सशक्तीकरण की योजनाएं भी जगजाहिर हैं।
दिल्ली के लोगों को केजरीवाल पर भरोसा
उन्होंने महिलाओं को 1,000 रुपये देने का वादा किया था, लेकिन हमारी सरकार उन्हें 2,100 रुपये दे रही है। दिल्ली के लोगों को केजरीवाल पर भरोसा है और उन्हें किसी और की जरूरत नहीं है।'' आप नेता ने कहा कि हर व्यक्ति ऐसी सरकार चाहता है जो उनके बच्चों की शिक्षा का ध्यान रखे, अच्छे अस्पताल, नौकरियां और सुरक्षा सुनिश्चित करे। सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली की जनता ने केजरीवाल को शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्रों का जिम्मा सौंपा था और उन्होंने यह काम पूरा किया।
भाजपा लोगों को सुरक्षा प्रदान करने में विफल- सिसोदिया
उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन भाजपा लोगों को सुरक्षा प्रदान करने में विफल रही है क्योंकि कानून व्यवस्था की स्थिति ऐसी है जो मैंने अपनी जिंदगी में कभी नहीं देखी।'' सिसोदिया ने कहा कि लोगों ने मुंबई में ‘गैंगवार' के बारे में सुना था लेकिन ‘‘अब दिल्ली में भी वही स्थिति है।'' उन्होंने केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा बृहस्पतिवार को ‘एक देश, एक चुनाव' विधेयक को मंजूरी दिये जाने को भाजपा का ‘‘चुनावी हथकंडा'' करार दिया। आप नेता ने कहा, ‘‘बेहतर होगा कि पहले देश में ‘एक चुनाव, एक शिक्षा' का फॉर्मूला लागू किया जाए, ताकि हर बच्चे को गुणवत्ता युक्त शिक्षा की गारंटी मिले और सभी दल इसकी सफलता के लिए काम करें। तभी भारत आगे बढ़ेगा।''