सत्ता में रहते हुए कांग्रेस ने कभी जातीय जनगणना नहीं कराई, मोदी सरकार कराएगी : भाजपा
punjabkesari.in Saturday, May 03, 2025 - 06:22 AM (IST)

नई दिल्लीः भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कांग्रेस पर जाति जनगणना के मुद्दे पर देश को गुमराह करने का आरोप लगाते हुए शुक्रवार को कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार ही है, जिसने स्वतंत्र भारत में पहली बार जाति गणना कराने का फैसला किया। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि कांग्रेस और उसके सहयोगी दल छह दशक से अधिक समय तक सत्ता में रहे, लेकिन उन्होंने कभी जातीय जनगणना नहीं कराई।
पात्रा ने कहा, ‘‘उन्होंने (कांग्रेस और उसके सहयोगियों ने) कभी जातीय जनगणना नहीं कराई। पहली जातीय जनगणना हमारी सरकार के तहत कराई जाएगी।'' भाजपा प्रवक्ता ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दिखा दिया है कि वह जो कुछ भी करते हैं, उसका उद्देश्य नीतिगत परिवर्तन और सामाजिक न्याय के लिए लोगों के जीवन में मौलिक बदलाव लाना है।'' इस मुद्दे पर कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) के प्रस्ताव का हवाला देते हुए पात्रा ने कहा कि विपक्ष सभी को ‘‘गुमराह'' करने की कोशिश कर रहा है।
पात्रा ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के समय से ही कांग्रेस के प्रधानमंत्रियों ने गरीबी हटाने का नारा दिया, लेकिन वास्तव में इसे खत्म करने का काम नरेन्द्र मोदी ने किया। उन्होंने कहा कि यहां तक कि विश्व बैंक ने भी कहा है कि मोदी सरकार के शासन के तहत 17 करोड़ से अधिक लोग गरीबी से बाहर आए हैं। पात्रा ने कहा कि इसी तरह यह भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार ही है, जिसने जाति जनगणना पर महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। उन्होंने कहा, ‘‘विभिन्न जातियों के कल्याण पर भाषण देना एक बात है और उनके उत्थान के लिए नीतियां बनाने का निर्णय लेना दूसरी बात है। ''
कांग्रेस ने शुक्रवार को सरकार से जातिवार गणना के प्रत्येक चरण के लिए एक ‘‘स्पष्ट समय सीमा'' की घोषणा करने और अनुसूचित जातियों (एससी), अनुसूचित जनजातियों (एसटी) और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के लिए 50 प्रतिशत आरक्षण की ‘‘मनमानी सीमा'' हटाने की अपनी मांग दोहराई। मोदी सरकार ने बुधवार को एक बड़ा फैसला लेते हुए घोषणा की कि अगली जनगणना में जातिगत गणना को भी ‘‘पारदर्शी'' तरीके से शामिल किया जाएगा।