अम्फान के बाद काल बैसाखी का कहर-भुवनेश्वर में उखड़े पेड़ और खंभे, तेज हवाओं के साथ भारी बारिश

punjabkesari.in Friday, May 29, 2020 - 04:40 PM (IST)

नेशनल डेस्क: पश्चिम बंगाल और ओडिशा अभी चक्रवात तूफान अम्फान से उभर नहीं पाया था कि अब काल बैसाखी ने अपना कहर दिखाना शुरू कर दिया है। भुवनेश्वर और आसपास के क्षेत्रों में शुक्रवार को 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से काल बैसाखी हवाएं चलीं जिससे पेड़ जड़ से उखड़ गए और बिजली के खंभे भी क्षतिग्रस्त हो गए। सुबह 4 बजे के आसपास शहर में तेज गति से चलती काल बैसाख हवाओं के साथ बिजली कड़की और भारी बारिश भी हुई।

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वहीं कटक के कुछ हिस्सों में तेज हवा के साथ भारी बारिश भी हुई। अधिकारियों ने बताया कि कुछ स्थानों पर ओडिशा अग्निशमन विभाग के कर्मियों ने सड़कें साफ करना शुरू कर दिया है। मौसम केंद्र ने ढेंकनाल, बालासोर, मयूरभंज, पुरी, क्योंझर और गंजाम में एक या दो स्थानों पर 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने, हल्की बारिश और बिजली कड़कने के साथ तूफान की आशंका जताई है। 

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पश्चिम बंगाल पर भी काल बैसाखी का साया
मौसम विभाग की ओर से पहले ही कोलकाता समेत विभिन्न जिलों में काल बैसाखी को लेकर सावधान कर दिया गया था। मौसम विभाग ने अगले 2 दिन के दक्षिणि बंगाल में और ज्यादा  बारिश की चेतावनी जारी की है। इस दौरान तेज़ हवाएं भी चलेंगी। वहीं काल बैसाखी के प्रकोप से अब तक पश्चिम बंगाल में दो लोगों की मौत हो चुकी है। कुछ लोग घायल भी बताए जा रहे हैं। काल बैसाखी ने सबसे ज्यादा कहर हुगली ज़िले के आरामबाग, उत्तर 24 परगना जिले और पश्चिम बर्धवान जिले में बरपाया है।

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क्या है काल बैसाखी हवाएं
काल वैसाखी का मतलब है तेज़ गति से चलने वाले स्थानीय तूफ़ान से है। इस तरह के तूफ़ान साधारणत: बंगाल, ओडिशा या दक्षिण भारत में आते हैं। जब गर्म एवं शुष्क स्थानीय हवाएं और आर्द्र समुद्री हवाएं आपस मिल जाती हैं तो काल बैसाखी तूफान आते हैं। इन हवाओं के मिलन के कारण मूसलाधार बारिश होती है। काल बैसाखी हवाएं भी भारी नुकसान करती हैं।

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Seema Sharma

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