Russia Ukraine war: यूक्रेन के सुमी से सुरक्षित निकाले गए 700 भारतीय छात्र, कल वतन लौटने की संभावना

punjabkesari.in Wednesday, Mar 09, 2022 - 06:29 PM (IST)

नेशनल डेस्क: युद्धग्रस्त यूक्रेन के उत्तर-पूर्वी शहर सूमी से सुरक्षित निकाले गए लगभग 700 भारतीय छात्रों का जत्था पोल्तावा से एक विशेष ट्रेन में सवार हो चुका है और समझा जाता है कि इनके बृहस्पतिवार को पोलैंड से भारत के लिए उड़ान भरने की संभावना है। सूमी में भारतीय छात्रों को करीब दो सप्ताह तक गोलाबारी के बीच अपने संस्थान में छात्रावास के तहखानों में कड़ाके की ठंड के साथ ही भोजन-पानी तथा अन्य आवश्यक चीजों की कमी का भी सामना करना पड़ा था। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने यूक्रेन में भारतीय दूतावास के ट्वीट को रिट्वीट किया जिसमें बताया गया है, ‘‘ यूक्रेन के सूमी से बाहर लाये गए छात्र विशेष ट्रेन पर सवार हो गए हैं जिसकी व्यवस्था यूक्रेन प्रशासन के सहयोग से की गई है। '' इसमें कहा गया है कि मिशन इन छात्रों को पश्चिमी क्षेत्र की ओर बढ़ने में सुविधा प्रदान करना जारी रखेगा । 

दूतावास ने कहा, ‘‘ छात्रों को सुरक्षित वापस लाना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता रहेगी । '' इस बीच, आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि भारत द्वारा यूक्रेन के सूमी शहर से निकाले गए 17 विदेशी नागरिकों में एक पाकिस्तानी नागरिक भी शामिल हैं। सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तानी महिला आस्मा शफीक के अलावा एक नेपाली नागरिक, दो ट्यूनीशियाई नागरिक और 13 बांग्लादेशी नागरिकों को यूक्रेन से निकाला गया है। इसके साथ ही युद्धग्रस्त देश से करीब 700 भारतीय नागरिकों को स्वदेश लाया गया है। भारतीय दूतावास ने ‘इंटरनेशनल कमिटी ऑफ रेड क्रॉस' की मदद से मंगलवार को सूमी से इन सभी लोगों को निकाला। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की के साथ फोन पर अलग-अलग बातचीत की थी । 

इन छात्रों के अलावा भारत ने सूमी में काम कर रहे करीब 20 भारतीयों और उनके परिवार के सदस्यों को भी निकाला है। ये लोग पोल्तावा से एक विशेष ट्रेन में सवार हुए और इनके बृहस्पतिवार को पोलैंड से भारत के विमान में सवार होने की संभावना है। वहीं, एक छात्र संयोजक अंशाद अली ने बताया कि यह ट्रेन छात्रों को पश्चिमी यूक्रेन में लीव लेकर जाएगी, जहां से उन्हें बसों में पोलैंड ले जाया जाएगा। पोल्तावा और लीव के बीच दूरी करीब 888 किलोमीटर है। अली ने कहा कि भारतीय नागरिकों को रेडक्रॉस (आईसीआरसी) की अंतरराष्ट्रीय समिति (आईसीआरसी) द्वारा 13 बसों के काफिले में सूमी से पोल्तावा ले जाया गया। लीव की लगभग 12 घंटे की ट्रेन यात्रा है जहां से छात्रों को बसों के माध्यम से पोलैंड ले जाया जाएगा। लीव पोलैंड सीमा से लगभग 50 किलोमीटर दूर स्थित है। यूक्रेन में परिवहन के विभिन्न माध्यमों का इस्तेमाल कर सैकड़ों मील की दूर तय करके छात्रों को युद्धग्रस्त यूरोपीय देश से निकाला जा रहा है। 


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Content Writer

Anil dev

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