पढ़ाई व जॉब्स के लिए कनाडा भारतीयों की पहली पंसद, स्थायी निवासी भारतीय की संख्या में 115 फीसदी की वृद्धि

punjabkesari.in Tuesday, Mar 08, 2022 - 11:43 AM (IST)

नेशनल डेस्क: स्नातक की पढ़ाई करने और जॉब्स के लिए कनाडा भारतीयों की पहली बनता जा रहा है। इस मामले में कनाडा ने अमरीका को भी पीछे छोड़ दिया है। नेशनल फाउंडेशन फॉर अमरीकन पॉलिसी (एनएफएपी) के एक हालिया अध्ययन में पाया गया कि कनाडा में स्थायी निवासी बनने वाले भारतीयों की संख्या 2016 से  2020 और 2021 के बीच 115 फीसदी बढ़ी है। 2016-17 और 2019-20 शैक्षणिक वर्षों के बीच अमेरिकी विश्वविद्यालयों में मास्टर स्तर के विज्ञान और इंजीनियरिंग कार्यक्रमों में नामांकित भारत के अंतर्राष्ट्रीय छात्रों की संख्या में लगभग 40 फीसदी (या 31,800) की गिरावट आई है, जबकि भारत के अंतर्राष्ट्रीय छात्र कनाडा के कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में पढ़ रहे हैं। एनएफएपी द्वारा सरकारी आंकड़ों के विश्लेषण के अनुसार, 2016 और 2019 के बीच 182 फीसदी की वृद्धि हुई।

कनाडा में स्थायी नागरिकता आसान
यह इस बात का संकेत है कि अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका की तुलना में कनाडा में स्नातक होने के बाद अस्थायी वीजा और स्थायी नागरिकता प्राप्त करना कितना आसान है। एनएफएपी के कार्यकारी निदेशक स्टुअर्ट एंडरसन का कहना है कि कनाडा ने अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए काम करना और स्थायी निवासी बनना संयुक्त राज्य अमेरिका की तुलना में बहुत आसान बना दिया है। इसका पोस्ट-ग्रेजुएशन वर्क परमिट आमतौर पर स्थायी निवासी का दर्जा प्राप्त करने की दिशा में पहले बड़े कदम के रूप में देखा जाता है।

क्या कहते हैं इमिग्रेशन विशेषज्ञ
टोरंटो स्थित इमिग्रेशन लॉ फर्म रेकाई एलएलपी के संस्थापक पीटर रेकाई के अनुसार कनाडा को अमेरिकी गंतव्यों से युवा भारतीय तकनीकी कर्मचारियों के डायवर्जन से लाभ हो रहा है, जिसका मुख्य कारण एच -1 बी वीजा प्राप्त करने व नवीनीकरण करने और अमेरिका के स्थायी निवास के लिए एक विश्वसनीय मार्ग खोजने की चुनौतियां हैं। कनाडा सरकार ने नियोक्ताओं के लिए प्रतिभा को आकर्षित करना और बनाए रखना आसान बना दिया है।

कनाडा की 2022-2024 की इमिग्रेशन योजनाकनाडा बड़ी संख्या में नए स्थायी निवासियों को स्वीकार करने के लिए अपने इमिग्रेशन कार्यक्रम का विस्तार कर रहा है। इससे कनाडा के उच्च शिक्षा संस्थानों से स्नातक होने के बाद देश में अंतर्राष्ट्रीय छात्रों के लिए बने रहने के अधिक अवसर हैं। कुल मिलाकर कनाडा सरकार ने 2022-2024 की इमिग्रेशन योजना के तहत 2022 में 431,645 , 2023 में 447,055 और 2024 में 451,000 स्थायी निवासियों का स्वागत करना है। 2021 में दुनिया भर से 405,000 से अधिक लोग कनाडा के नए स्थायी निवासी बन गए हैं। कनाडा के इतिहास में एक वर्ष में अब तक की यह सबसे अधिक संख्या है।

अमरीका में क्या है छात्रों की परेशानी?
जबकि एच-1 बी वीजा एक गैर प्रवासी वीजा है, जो अमरीकी कंपनियों को प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में विशेषज्ञता वाले विशेष कार्यों के लिए विदेशी कर्मियों को तैनात करने की अनुमति देता है। आईटी कंपनियां भारत और चीन जैसे देशों से हर साल हजारों कर्मियों की नियुक्ति के लिए इसी वीजा पर निर्भर रहती हैं। भारत समेत विदेशी पेशेवरों में इस कार्य वीजा की सर्वाधिक मांग रहती है। अध्ययन में कहा गया है कि 2016 और 2019 के बीच अमेरिकी विश्वविद्यालयों में अंतर्राष्ट्रीय छात्रों के नामांकन में 7 फीसदी की गिरावट आई है, लेकिन कनाडा के कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में 52 फीसदी की वृद्धि हुई है।


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Content Writer

Anil dev

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