अफगानिस्तान भूकंप: भारत ने 21 टन राहत सामग्री भेजी काबूल, विदेश मंत्रालय ने तस्वीर की साझा
punjabkesari.in Wednesday, Sep 03, 2025 - 06:47 PM (IST)

नेशनल डेस्क : रविवार रात अफगानिस्तान में आए शक्तिशाली भूकंप में अब तक 1,400 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 3,000 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। इस मानवीय संकट के बीच भारत ने मंगलवार को अफगानिस्तान को 21 टन राहत सामग्री की आपूर्ति की है।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने क्या कहा?
"भारतीय भूकंप सहायता हवाई मार्ग से काबुल पहुँच गई है।" उन्होंने आगे बताया कि भारत स्थिति पर लगातार नज़र बनाए हुए है और आने वाले दिनों में और सहायता भेजी जाएगी।
Indian earthquake assistance reaches Kabul by air.
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) September 2, 2025
21 tonnes of relief materials including blankets, tents, hygiene kits, water storage tanks, generators, kitchen utensils, portable water purifiers, sleeping bags, essential medicines, wheelchairs, hand sanitizers, water… pic.twitter.com/q8TUb1wbSn
भारत ने क्या-क्या भेजा?
भारत द्वारा भेजी गई इस सहायता सामग्री में कंबल, तंबू, स्वच्छता किट, जल भंडारण टैंक, जनरेटर और आवश्यक दवाइयाँ शामिल हैं। इससे पहले भी भारत ने सोमवार को खाद्य आपूर्ति से भरे ट्रकों के माध्यम से सहायता पहुँचाई थी। विदेश मंत्रालय ने उन ट्रकों की तस्वीरें भी साझा की थीं।
भूकंप का केंद्र
रविवार को रिक्टर पैमाने पर 6.3 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप दर्ज किया गया, जिसके बाद कई झटके महसूस किए गए। भूकंप का केंद्र पाकिस्तान सीमा के पास नंगरहार प्रांत के कामा ज़िले में था। सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र कुनार प्रांत रहा, जहाँ सबसे ज़्यादा मौतें और चोटें दर्ज की गई हैं। भूकंप के कारण मिट्टी और लकड़ी से बने कई घर ढह गए, जिससे सैकड़ों लोग मलबे के नीचे दब गए।
दुर्गम इलाकों और टूटे-बिखरे इंफ्रास्ट्रक्चर की वजह से राहत एवं बचाव कार्यों में बाधा आ रही है। तालिबान प्रशासन ने गंभीर रूप से प्रभावित क्षेत्रों में हवाई सहायता पहुँचाने के लिए विशेष कमांडो को तैनात किया है।अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (USGS) ने बताया कि मंगलवार को एक और 5.2 तीव्रता का भूकंप आया, जो पहले वाले भूकंप के केंद्र के पास ही था। इसका केंद्र जलालाबाद से 34 किलोमीटर उत्तर-पूर्व में स्थित था। संयुक्त राष्ट्र मानवीय मामलों के समन्वय कार्यालय (UNOCHA) ने बताया कि इस आपदा से अफगानिस्तान के चार प्रांतों में लगभग 12,000 लोग सीधे तौर पर प्रभावित हुए हैं।