‘ऑपरेशन सिंदूर’ की प्रतिक्रिया में पाकिस्तान ने बंद किया एयरस्पेस, यात्रियों की मुसीबतें बढ़ीं

punjabkesari.in Thursday, May 08, 2025 - 11:53 AM (IST)

नेशनल डेस्क: भारत द्वारा आतंकवाद के खिलाफ की गई कड़ी सैन्य कार्रवाई ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के अंतरराष्ट्रीय असर अब दिखाई देने लगे हैं। पाकिस्तान और उसके समर्थक देशों की प्रतिक्रिया के कारण भारतीय यात्रियों को अनचाही परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। भारत लौट रही एक फ्लाइट को पाकिस्तान के एयरस्पेस में प्रवेश करने से रोका गया, जिससे विमान को मजबूरन वापस अजरबैजान लौटना पड़ा। अब यह फ्लाइट बाकू एयरपोर्ट पर खड़ी है और इसमें सवार 250 से ज्यादा भारतीय यात्री पिछले 48 घंटों से वहीं फंसे हुए हैं।

भारत की सैन्य कार्रवाई के बाद बदला अंतरराष्ट्रीय माहौल
भारत ने हाल ही में हुए पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के 9 आतंकी ठिकानों पर आधी रात को एयरस्ट्राइक की थी। इस 'ऑपरेशन सिंदूर' को भारत के कई सहयोगी देशों ने सराहा और आतंकवाद के खिलाफ एक निर्णायक कदम बताया। लेकिन कुछ देश, विशेषकर पाकिस्तान समर्थक तुर्की और अजरबैजान, इस कार्रवाई के विरोध में खड़े हो गए हैं। अजरबैजान ने तो भारत के खिलाफ बयान देकर 'ऑपरेशन सिंदूर' की निंदा भी की है।

हवाई मार्ग बंद, उड़ान लौटी पीछे
तनाव के चलते पाकिस्तान ने भारत के लिए अपने एयरस्पेस को बंद कर दिया है। मंगलवार को अजरबैजान से मुंबई आ रही फ्लाइट जब पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र में प्रवेश करने वाली थी, तभी उसे वापस लौटने का आदेश दिया गया। लगभग साढ़े तीन घंटे की उड़ान के बाद पायलट ने यात्रियों को सूचित किया कि सुरक्षा कारणों से फ्लाइट मुंबई नहीं जा पाएगी और उसे वापस बाकू लौटना होगा।

यात्रियों में बढ़ती बेचैनी, स्थानीय प्रशासन से नहीं मिल रही मदद
फ्लाइट में महाराष्ट्र, कर्नाटक, दिल्ली, गुजरात और अन्य राज्यों के नागरिक सवार हैं। इनमें यवतमाल के दो नागरिक और मंगलुरु का एक पूरा परिवार भी शामिल है। ये सभी यात्री अजरबैजान की राजधानी बाकू के हेदर अलीयेव इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर फंसे हुए हैं। कई यात्रियों ने शिकायत की है कि उन्हें स्थानीय प्रशासन की ओर से कोई सहायता नहीं मिल रही है। भोजन, रुकने की व्यवस्था और जानकारी की कमी के चलते सभी बेहद परेशान और असहाय महसूस कर रहे हैं।

फ्लाइट में पहले ही हुई थी देरी, अब बनी आपदा जैसी स्थिति
मंगलुरु से आए एलोयसियस डी’सिल्वा नामक यात्री ने बताया कि उनकी फ्लाइट पहले ही दो घंटे की देरी से रवाना हुई थी। उन्हें नहीं पता था कि छुट्टी से लौटते वक्त यह यात्रा उनके लिए एक अंतरराष्ट्रीय संकट का कारण बन जाएगी। उन्होंने बताया कि जब फ्लाइट में पायलट ने आपातकालीन घोषणा की, तब यात्री स्तब्ध रह गए।

भारत सरकार से मदद की गुहार
अब इन यात्रियों ने भारत सरकार से हस्तक्षेप करने और उन्हें सकुशल स्वदेश लाने की अपील की है। यात्रियों का कहना है कि यदि जल्द मदद नहीं मिली तो हालात और बिगड़ सकते हैं। भारत के विदेश मंत्रालय ने भी स्थिति पर नजर रखने की बात कही है।


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News Editor

Rahul Rana

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