Canada Visa पर बड़ा झटका: पंजाब के परिवार सबसे ज्यादा प्रभावित- 10 साल वाला मल्टीपल-एंट्री वीज़ा अब सिर्फ 3.5 साल, विज़िटर वीज़ा पर 100 दिन का इंतजार

punjabkesari.in Friday, Nov 21, 2025 - 09:52 AM (IST)

नेशनल डेस्क: कनाडा में इमिग्रेशन फाइलों का ढेर अब इतनी तेज़ी से बढ़ गया है कि वहाँ का पूरा सिस्टम दबाव में आ गया है। लंबित मामलों की संख्या लगभग 10 लाख तक पहुँच चुकी है और इसका सबसे भारी असर भारतीयों पर—विशेषकर पंजाब के परिवारों पर—स्पष्ट दिख रहा है। कनाडा में बसे युवाओं से मिलने के लिए आने-जाने वाले माता-पिता और बुजुर्गों को अब असाधारण देरी का सामना करना पड़ रहा है।

विज़िटर वीज़ा पर 100 दिन का इंतजार, सुपर वीज़ा पर 169 दिन की पेंडेंसी

-भारतीयों के विज़िटर वीज़ा की प्रोसेसिंग अब लगभग 100 दिन तक खिंच रही है।
-सुपर वीज़ा—जो माता-पिता और बुजुर्गों के लिए बेहद जरूरी होता है—इसके लिए 169 दिन की लंबी प्रतीक्षा करनी पड़ रही है।
-माता-पिता/ग्रैंडपैरेंट वीज़ा कैटेगरी में वेटिंग अवधि 42 सप्ताह, जबकि क्यूबेक में यह बढ़कर 50 सप्ताह तक पहुँच गई है।

सबसे बड़ा झटका: 10 साल वाला मल्टीपल-एंट्री वीज़ा अब सिर्फ 3.5 साल

पहले भारतीयों को कनाडा का 10 वर्ष का मल्टीपल-एंट्री विज़िटर वीज़ा आसानी से मिल जाता था, लेकिन नई नीति में इसे घटाकर मात्र 3.5 वर्ष कर दिया गया है। और झटका यह कि मल्टीपल-एंट्री विकल्प लगभग खत्म कर दिया गया है—अधिकांश मामलों में अब सिंगल-एंट्री वीज़ा ही जारी किया जा रहा है। इसका अर्थ है कि हर बार भारत लौटने के बाद दोबारा नया वीज़ा आवेदन करना होगा, जिससे यात्राएँ पहले की तुलना में भारी और जटिल हो गई हैं।

पंजाब के परिवारों पर सबसे गहरा असर

वीज़ा विशेषज्ञ पूजा सिंह का कहना है कि वीज़ा प्रक्रिया में आए कठोर बदलावों की सबसे तीखी चोट पंजाब में महसूस की जा रही है।कनाडा में लगभग 7 लाख पंजाबी युवा रहते हैं, और उनके माता-पिता व रिश्तेदार अक्सर उनसे मिलने जाते हैं। लेकिन नियम सख्त होने से परिवारों का आना–जाना अब पहले जैसा आसान नहीं रहा।

अन्य श्रेणियों में भी इंतजार की मार: मानवीय आधार वाले मामलों में 100–106 महीने की प्रतीक्षा

इमिग्रेशन विभाग में बैकलॉग बढ़ने से सिर्फ विज़िटर वीज़ा ही नहीं, बल्कि कई अन्य श्रेणियों में भी रिकॉर्ड देरी हो रही है—

  • मानवीय आधार पर शरण मांगने वालों को 100 से 106 महीने इंतजार

  • स्पाउस वीज़ा में 50,000 आवेदन फंसे

  • नागरिकता के 2.59 लाख से अधिक मामले लंबित, हालांकि इनमें से लगभग 80% निर्धारित समय सीमा में निपटाने की संभावना जताई गई है

यात्राएं मुश्किल, इंतजार लंबा—नीतियों का दबाव बढ़ा

बदलती वीज़ा नीतियों, लंबी पेंडेंसी और मल्टीपल-एंट्री कटौती के कारण कनाडा जाने वाले भारतीय परिवारों का तनाव बढ़ गया है। खासकर वे माता–पिता, जिनके बच्चे हजारों किलोमीटर दूर बसे हैं, अब हर यात्रा के लिए लंबी प्रक्रियाओं से गुजरने को मजबूर हैं।

 


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Content Editor

Anu Malhotra

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