आने वाले 25 सालों में 50 करोड़ से ज्यादा बढ़ जाएगी शहरी आबादी, यूएन की रिपोर्ट में बड़ा खुलासा
punjabkesari.in Thursday, Nov 20, 2025 - 12:11 AM (IST)
नेशनल डेस्कः भारत समेत सात देश दुनिया की ‘‘शहरी आबादी के भविष्य के विकास को आकार देंगे'' क्योंकि 2025 से 2050 के बीच इन देशों में 50 करोड़ से अधिक शहरी निवासी जुड़ने की उम्मीद है। संयुक्त राष्ट्र ने यह बात कही। संयुक्त राष्ट्र के आर्थिक एवं सामाजिक मामलों के विभाग (यूएन डीईएसए) द्वारा जारी ‘विश्व शहरीकरण संभावनाएं 2025: परिणामों का सारांश' में कहा गया है कि दुनिया तेजी से शहरी होती जा रही है, और अब 8.2 अरब की वैश्विक आबादी का 45 प्रतिशत हिस्सा शहरों में रहता है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि मौजूदा समय से 2050 के बीच दुनिया की शहरी आबादी की वृद्धि सात देशों में केंद्रित होगी, जिनमें भारत, नाइजीरिया, पाकिस्तान, कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य, मिस्र, बांग्लादेश और इथियोपिया शामिल हैं।
ये सात देश, जहां 2025 में वैश्विक आबादी के लगभग एक-तिहाई (30 प्रतिशत) लोग रहते हैं, ‘‘शहरी आबादी के भविष्य के विकास को आकार देंगे'' और अनुमान है कि 2050 तक शहरी निवासियों की वैश्विक वृद्धि में इनका योगदान आधे से ज्यादा होगा। रिपोर्ट के मुताबिक, इन सात देशों में कुल मिलाकर 2025 और 2050 के बीच 50 करोड़ से ज्यादा शहरी निवासी जुड़ने की उम्मीद है, जो उस अवधि के दौरान शहरी निवासियों की वैश्विक संख्या में अनुमानित 98.6 करोड़ की वृद्धि के आधे से ज्यादा के बराबर होगा।
रिपोर्ट में कहा गया है, ‘‘इन प्रमुख देशों में शहरीकरण की सफलता या विफलता वैश्विक विकास के परिणामों को आकार देगी। शहरी विकास को स्थायी रूप से प्रबंधित करने की उनकी क्षमता का न केवल उनकी आबादी पर, बल्कि सतत विकास लक्ष्यों और जलवायु उद्देश्यों की दिशा में वैश्विक प्रगति पर भी गहरा प्रभाव पड़ेगा।''
इसमें कहा गया है कि दो सबसे अधिक आबादी वाले देशों - भारत और चीन में, अभी से लेकर 2050 तक शहरों में रहने वाली सबसे बड़ी आबादी भी होगी। 2025 तक, भारत में शहरों में रहने वाले लोगों का अनुपात 44 प्रतिशत और चीन में 40 प्रतिशत तक पहुंच गया है।
