Mahakumbh 2025: महाकुंभ की ''मॉडर्न साध्वी'' हर्षा रिछारिया ने करा दिया विवाद, इस हरकत पर भड़के संत

punjabkesari.in Thursday, Jan 16, 2025 - 10:34 AM (IST)

नेशनल डेस्क: प्रयागराज महाकुंभ में इन दिनों एंकर और इंफ्लुएंसर हर्षा रिछारिया का नाम चर्चाओं में है, खासकर जब वह पहले अमृत स्नान के दौरान शाही रथ पर बैठी दिखाई दीं। इस घटना को लेकर अब विवाद खड़ा हो गया है, क्योंकि काली सेना के प्रमुख स्वामी आनंद स्वरूप ने हर्षा के आचरण पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि महाकुंभ जैसे पवित्र आयोजन का उद्देश्य ज्ञान और अध्यात्म का प्रसार होना चाहिए, न कि इसे मॉडल्स के प्रचार कार्यक्रम में तब्दील किया जाए।

महाकुंभ के दौरान भगवा वस्त्र पहने हर्षा की फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी। हालांकि, बाद में उन्होंने स्पष्ट किया था कि वह संन्यासिन नहीं हैं। इस मामले में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद (ABAP) के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी ने टिप्पणी करते हुए कहा कि भगवा वस्त्र पहनना कोई अपराध नहीं है, और युवती ने निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर से मंत्र दीक्षा ली है।

स्वामी आनंद स्वरूप ने बुधवार को फेसबुक पर पोस्ट करते हुए कहा कि महाकुंभ जैसे आयोजन में धर्म, संस्कृति और परंपरा की रक्षा हमारी जिम्मेदारी है। उन्होंने भगवा वस्त्र की महत्ता पर जोर देते हुए इसे त्याग, तपस्या और सनातन धर्म का प्रतीक बताया। उनका मानना था कि कुछ लोग इन पवित्र परंपराओं का उल्लंघन कर रहे हैं, और इसे लेकर हम सबकी जिम्मेदारी बनती है कि इनका संरक्षण किया जाए।

महंत रवींद्र पुरी ने हर्षा के बारे में कहा कि वह एक मॉडल हैं और सोशल मीडिया पर सक्रिय रहती हैं। उन्होंने कहा कि हर्षा ने निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर से मंत्र दीक्षा ली है, लेकिन वह संन्यासिन नहीं बनी हैं। महंत ने यह भी बताया कि यह परंपरा है कि जब भी सनातन धर्म का आयोजन होता है, युवा भगवा वस्त्र पहनते हैं, जो कोई अपराध नहीं है। हर्षा रिछारिया ने इस पूरे विवाद के बाद अपने बयान में कहा कि वह संन्यासिन नहीं हैं और अभी सनातन धर्म को समझ रही हैं।


 


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Content Writer

Anu Malhotra

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