सीडीकांड: सच्चाई से मुंह क्यों मोड़ रहे हैं हार्दिक पटेल

punjabkesari.in Wednesday, Nov 15, 2017 - 12:46 PM (IST)

नई दिल्ली: गुजरात चुनाव में नायक बनकर उभर रहे पाटीदार नेता हार्दिक पटेल अचानक दो सेक्स सीडी सामने आने के बाद खलनायक की भूमिका में आ गए हैं। सामने आई सीडी को हार्दिक पटेल गुजरात की अस्मिता और महिलाओं के सम्मान से जोडऩे की कोशिश तो कर रहे हैं, लेकिन वास्तविकता से जनता को रूबरू कराने से हिचकिचा रहें हैं। इससे विरोधियों को उनकी छवि को खराब करने के ज्यादा मौके मिल रहे हैं। यदि उनकी सहमति के निजी पलों को कैमरे में चोरी छिपे कैद किया गया है तो इसके खिलाफ उन्हें आवाज उठानी चाहिए। यही नहीं ऐसा करने वालों को कानून के दायरे में लाने से भी परहेज नहीं करना चाहिए आखिर इसमें गलत क्या है।

जिग्नेश मेवानी ने भी किया ट्वीट
युवा दलित नेता जिग्नेश मेवानी ने भी अपने ट्वीट में कहा है कि सेक्स न सिर्फ देश के किसी भी व्यक्ति का लोकतांत्रिक अधिकार है, बल्कि उसकी मूलभूत जरूरत है, जिसे हमारे पूर्वजों ने भी गर्व के साथ स्वीकार किया है। ऐसे में गुजरात के चुनावी माहौल में हार्दिक पटेल सीडी कांड के षडय़ंत्र का सामना करने की जगह खुद को पीड़ित दर्शाने की कोशिश कर रहे हैं, जो कि उनके विरोधियों को उन पर और अधिक धारदार तरीके से हमला करने का मौका दे रहा है।

हार्दिक पटेल को मांगना चाहिए न्याय
राजनीति की किसी भी किताब में ऐसा कहीं नहीं लिखा है कि सामाज सेवा से जुड़ा कोई भी व्यक्ति या फिर यह कहें कि आंदोलन करने वाला व्यक्ति सहमति से किसी भी महिला के साथ संबंध बनाता है तो यह गैरकानूनी है। बल्कि गैरकानूनी तो किसी भी व्यक्ति के निजी पलों को चोरी छिपे कैमरे में कैद करना है। किसी युवती के निजी पलों को अपने फायदे के लिए जगजाहिर करना समाज के लिए न सिर्फ धब्बा है, बल्कि उस युवती के सामाजिक जीवन भी नर्क बन सकता है। जिससे कि उसके लिए समाज में सर उठाकर चलना मुश्किल हो जाएगा। लेकिन दुर्भाग्य से हार्दिक ने इसे कृत्य के खिलाफ मजबूती से खड़े होने की जगह इसकी ब्रांडिंग को ही बल दिया है। यही नहीं इसके खिलाफ न्यायालय में जाकर उन्हें खुद और उस युवती के लिए न्याय मांगना चाहिए। 

भुट्टो से सीखें हार्दिक 
सीडी कांड में घिरे हार्दिक पटेल को पाकिस्तानी नेता जुल्फिकार अली भुट्टो से सीख लेनी चाहिए। उनके विरोधियों ने स्कॉच लेने के लिए उन्हें घेरने की कोशिश की थी, लेकिन उन्होंने भरी सभा में मंच से इसे स्वीकार किया था। उन्होंने कहा कि हां मै पीता हूं लेकिन उन लोगों से कहीं अच्छा हूं जो पाकिस्तान की जनता का खून पीते हैं। इसके बाद पाकिस्तान की जनता ने उनके समर्थन में नारेबाजी की और कहा कि आप पिएं और जिएं पाकिस्तान को आपकी जरूरत है। 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Recommended News

Related News