पंजाब केसरी एक्सक्लुसिव : अब जी.एस.टी. घोटाला, राज्य कर विभाग ने शुरू की जांच

punjabkesari.in Thursday, Feb 14, 2019 - 01:22 PM (IST)

 जम्मू (बलराम सैनी): रेलवे के जरिए वस्तुओं के परिवहन में जी.एस.टी. चोरी के तहत करोड़ों रुपए का घोटाले का पर्दाफाश हुआ है। जम्मू-कश्मीर राज्य कर विभाग ने इस संबंध में नई दिल्ली में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सी.बी.आई.), रेलवे बोर्ड के विजीलैंस पुलिस निदेशक और जम्मू में केंद्रीय आबकारी आयुक्त को सूचित करते हुए अपने स्तर पर इस घोटाले की जांच शुरू कर दी है। राज्य कर विभाग ने आर.पी.एफ. और रेलवे के लीज होल्डरों पर टैक्स चोरों के साथ मिलीभगत का आरोप लगाते हुए रेलवे प्रशासन से जांच में केंद्रीय एवं राज्य कर विभाग के अधिकारियों का सहयोग करने का आग्रह किया है। विभाग द्वारा इस मामले को जी.एस.टी. काऊंसिल के समक्ष भी उठाया जाएगा। जम्मू-कश्मीर राज्य कर विभाग के अतिरिक्त आयुक्त (प्रशासन एवं प्रवर्तन) मोहम्मद शाहिद सलीम ने इसकी पुष्टि की है, जबकि मंडल रेल प्रबंधक फिरोजपुर से संपर्क स्थापित नहीं हो पाया है।

PunjabKesari 
विभागीय सूत्रों के अनुसार रेलवे प्रशासन को जम्मू-कश्मीर राज्य कर विभाग द्वारा लिखे गए पत्र में कहा गया है कि रेलवे के जरिए बड़े स्तर पर हो रही कर चोरी को रोकने के लिए जम्मू-कश्मीर गुड्स एंड सर्विसिज टैक्स एक्ट-2017 एवं द सैंट्रल गुड्स एंड सर्विसिज टैक्स एक्ट-2017 के तहत उन्हें पुलिस, रेलवे, कस्टम और भूमि राजस्व से जुड़े अधिकारियों के सहयोग की जरूरत है।

PunjabKesari

इस संबंध में राज्य कर विभाग ने पहले भी 19 दिसम्बर 2018 को रेलवे अधिकारियों को पत्र क्रमांक ए.सी.एस.टी.जे./ ए.डी.एम./ एम.आई.एस.सी./ पी.ए./266-269 के माध्यम से आग्रह किया था कि रेलवे स्टेशनों पर बड़े पैमाने पर हो रही टैक्स (जी.एस.टी.) चोरी को रोकने के लिए उनके विभागीय अधिकारियों को पार्सल साइट आदि स्थानों की चैकिंग की अनुमति प्रदान की जाए।  राज्य कर विभाग के पत्र में आरोप लगाया गया है कि टैक्स चोरी के इस प्रकरण में रेलवे लीज होल्डर एवं जम्मू रेलवे स्टेशन पर तैनात छोटे कर्मचारियों की मिलीभगत का आरोप है। विभाग के मुताबिक उसे बड़े पैमाने पर टैक्स चोरी की कई अन्य सूचनाएं भी मिलीं हैं जिसकी जांच चल रही है। 

PunjabKesari
 
ऊधमपुर और जम्मू स्टेशनों पर टैक्स चोरी पकड़ी
गुप्त सूचना के आधार पर 10 फरवरी 2019 को जब राज्य कर विभाग की प्रवर्तन विंग ने ऊधमपुर रेलवे स्टेशन पर छापामारी की तो जम्मू मेल के जरिए आई रैडीमेड कपड़ों, बीडिय़ों एवं वाहनों के स्पेयर पाट्र्स आदि की खेप में बड़े पैमाने पर टैक्स चोरी पाई गई।  पत्र में आरोप लगाया गया है कि इस कार्रवाई के दौरान रेलवे प्रोटैक्शन फोर्स (आर.पी.एफ.) अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने टैक्स चोरों को बचाने की पूरी कोशिश की और राज्य कर अधिकारियों को अपनी ड्यूटी निभाने में बहुत परेशानी हुई। ऊधमपुर में तैनात आर.पी.एफ. अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने तो इसका भी पूरा प्रयास किया कि टैक्स चोरी करके अवैध तौर पर लाए गए सामान को राज्य कर विभाग जब्त न कर पाए। 
इसके विपरीत, ऊधमपुर में कार्यरत रेल अधिकारियों ने राज्य कर अधिकारियों को पूरा सहयोग दिया, जिसके चलते 25 लाख रुपए मूल्य का सामान जब्त किया जा सका। इसी प्रकार 6 फरवरी 2019 को जम्मू रेलवे स्टेशन पर की गई छापामारी में पान पराग/पान मसाला के 50 नग मिले, जिनमें से केवल 16 नग के ही जी.एस.टी. दस्तावेज सही पाए गए। 

PunjabKesari
 
रेलवे से मांगी कई सूचनाएं
राज्य कर विभाग ने रेलवे से कई सूचनाएं मांगी हैं, ताकि उसे टैक्स चोरी की जांच करने में आसानी हो सके। इनमें जम्मू-कश्मीर में रेलवे बॉगीज से सामान लोडिंग/अनलोडिंग करने वाले लीज होल्डरों के नाम, पते, जी.एस.टी. नंबर और वर्ष 2017-18 एवं 2018-19 के दौरान लोड/अनलोड किए गए सामान का ब्यौरा मांगा है। 
 
तीन लीज होल्डरों को नोटिस
राज्य कर विभाग ने रेलवे प्रशासन को जम्मू स्टेशन पर लोडिंग/अपलोडिंग का काम करने वाले तीन लीज होल्डरों को नोटिस जारी कर दिया है। इस नोटिस में बाकायदा स्टेशन वार, डीलर वार, गाड़ी वार एवं तिथि वार ब्यौरा मांगा है और एक सप्ताह में नोटिस का जवाब न देने पर उन्हें ब्लैकलिस्ट करने एवं रेलवे लीज रद्द करने की चेतावनी दी गई है। 
 

PunjabKesari

 


जी.एस.टी. लागू से पहले भी चलती रही टैक्स चोरी : अतिरिक्त आयुक्त
जम्मू-कश्मीर राज्य कर विभाग के अतिरिक्त आयुक्त (प्रशासन एवं प्रवर्तन) मोहम्मद शाहिद सलीम ने बताया कि राज्य के रेलवे स्टेशनों पर जी.एस.टी. लागू होने से पहले भी टैक्स चोरी हो रही थी। इस प्रकार टैक्स चोरी की राशि करोड़ों रुपए में जाती है। अब विभाग ने इसे गंभीरता से लेकर जांच शुरू कर दी है और सी.बी.आई., रेलवे प्रशासन एवं केंद्रीय कर विभाग समेत तमाम संबंधित विभागों को सूचित करते हुए सहयोग मांगा है।  
 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Monika Jamwal

Recommended News

Related News