मणिपुर की घटना का असर, टेंशन के बीच आइजोल से मैतेई लोगों को एयरलिफ्ट कर सकती है सरकार!
punjabkesari.in Sunday, Jul 23, 2023 - 09:24 AM (IST)

नेशनल डेस्क: मिजोरम सरकार ने राज्य में रहने वाले मैतेई समुदाय के लोगों को सुरक्षा का आश्वासन दिया और उनसे अफवाहों पर ध्यान न देने को कहा। राज्य सरकार द्वारा यह आश्वासन मिजोरम के एक पूर्व-उग्रवादी संगठन की 'सलाह' के बाद आया, जिसमें उन्होंने मैतेई समुदाय के लोगों को मिजोरम छोड़ने के लिए कहा था। एक आधिकारिक बयान मुताबिक, राज्य के गृह आयुक्त एवं सचिव एच. लालेंगमाविया ने मैतेई समुदाय के नेताओं के साथ बैठक की और उन्हें उनकी सुरक्षा का आश्वासन दिया। इसी बीच खबर है कि सरकार मिजोरम से मैतेई लोगों को एयरलिफ्ट करने की योजना बना रही है।
आइजोल शहर में मैतेई की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मिजोरम पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है। दरअसल, मिजोरम के मिजो लोगों का मणिपुर के कुकी-ज़ोमिस के साथ एक गहरा जातीय बंधन है और पड़ोसी राज्य में इन समुदायों के विकास पर भी करीब से नजर रखते हैं। बीते 3 मई को हिंसा शुरू होने के बाद से मणिपुर के 12,584 कुकी-ज़ोमी लोगों ने मिजोरम में शरण मांगी है। मिजोरम में पीस एकॉर्ड एमएनएफ रिटर्नीज़ एसोसिएशन (PAMRA) मिज़ो नेशनल फ्रंट मिलिटेंट्स का एक इकाई संगठन है। यह संगठन कुकी और जोमी समुदाय की महिलाओं के साथ हुई अमानवीय घटना को लेकर काफी आक्रोशित है।
एक बयान जारी कर संगठन ने मिजोरम में रहने वाले मैतई समुदाय के लोगों को खुली धमकी दी थी। संगठन ने मिजोरम में रहने वाले मैतई लोगों को धमकी देते हुए कहा था कि अपनी सुरक्षा के लिए जितना जल्दी हो सके, राज्य छोड़ दें। बयान में कहा गया है कि मणिपुर में कुकी और जोमी समुदाय की दो महिलाओं के साथ हुई वीभत्स घटना से मिजो लोगों की भावनाएं बहुत आहत हुई हैं और इसलिए अब यहां मैतई लोगों का रहना सुरक्षित नहीं है। मिजोरम की राजधानी आइजोल में लगभग 2,000 मैतेई लोग रहते हैं, जिनमें सरकारी कर्मचारी, छात्र और श्रमिक शामिल हैं। उनमें से कई असम की बराक घाटी से हैं।
जरूरत पड़ी तो देंगे चार्टर विमान मणिपुर सरकार
मणिपुर सरकार भी मिजोरम में मैतई समुदाय के लोगों की सुरक्षा को लेकर चिंतित है। सरकार के प्रवक्ता सपम रंजन सिंह ने कहा कि सरकार ऑल मिजोरम मणिपुर एसोसिएशन के संपर्क में है। उन्होंने कहा, “संगठन के बयान के बाद तनाव है और हमें सूचित किया गया है कि कुछ लोगों ने राज्य छोड़ना शुरू कर दिया है। हालांकि, मिजोरम गृह विभाग ने बयान जारी किया जिससे तनाव कम हो सकता है। हमने आश्वासन दिया है कि अगर जरूरत पड़ी तो हम लोगों को जाने के लिए चार्टर विमान उपलब्ध कराएंगे।बता दें कि 4 मई को कुकी समुदाय की दो महिलाओं को निर्वस्त्र सड़क पर घुमाया गया था। भीड़ ने न सिर्फ महिलाओं को सड़क पर घुमाया था, बल्कि उनके साथ अभद्रता और यौन उत्पीड़न भी किया था। इस घटना का वीडियो हाल ही में 19 जुलाई को वायरल हुआ था। इस मामले में पुलिस ने अब तक 6 लोगों को गिरफ्तार किया है।