गुप्तांग काटा..सिर धड़ से किया अलग..बनाया सूप, फ‍िर दिमाग खोलकर खा गया

punjabkesari.in Monday, Sep 09, 2024 - 07:40 PM (IST)

नेशनल डेस्क : साल 2022 में नेटफ्लिक्स पर एक डॉक्यूमेंट्री रिलीज हुई थी जिसका नाम था ‘इंडियन प्रेडेटर: डायरी ऑफ ए सीरियल किलर’। डॉक्यूमेंट्री का नाम ही यह संकेत देता है कि यह किसी किलर की कहानी है जिसने कई हत्याएं की होंगी। लेकिन जब आप इस क्राइम सीरीज को देखेंगे, तो आपको पता चलेगा कि यह साधारण कहानी नहीं है।

यह डॉक्यूमेंट्री एक 'नरपिशाच' की कहानी पेश करती है जिसने अपराध की भयावह दुनिया को उजागर करके पूरे देश को हिला दिया था। यह कहानी है राम निरंजन उर्फ राजा कोलंदर की, जिसने बर्बरता और क्रूरता की सभी सीमाएं पार कर दी थीं। आज भी राजा कोलंदर का नाम लेते ही लोगों में भय पैदा हो जाता है। इस खौफनाक कहानी में जैसे-जैसे जुर्म की परतें खुलती हैं, दर्शकों का दिल दहल उठता है। इस डरावनी और दिल दहला देने वाली कहानी को जानने के लिए आइए, बिना किसी देरी के इस भयानक अपराध की गहराइयों में उतरते हैं, जिससे आज भी लोगों के रोंगटे खड़े हो जाते हैं।

कैसे बना आम आदमी एक खौफनाक अपराधी

राम निरंजन की कहानी एक सामान्य आदमी के खौफनाक अपराधी बनने की है। राम निरंजन एक आयुध फैक्ट्री में चतुर्थ श्रेणी का कर्मचारी था और सुअर पालने का काम करता था। उसके पास खुद की मोटर साइकिल भी नहीं थी, लेकिन फिर भी वह टाटा सूमो में घूमता था। लोगों का कहना था कि उसके माफिया से संबंध हैं, जिससे वह लोगों से लूटपाट करता था। अपने नाम को भव्य बनाने के लिए उसने 'कोलंदर' जोड़ लिया और खुद को राजा मानने लगा। उसकी पत्नी का नाम गोमती देवी था, जिसे उसने बदलकर फूलन देवी रख लिया। फूलन देवी ने बाद में जिला पंचायत के चुनाव में भी जीत हासिल की।

पत्रकार की हत्या में राजा का नाम

साल 2000 में पत्रकार धीरेंद्र सिंह अचानक लापता हो गए। उनकी गुमशुदगी के बाद राजा कोलंदर का नाम सामने आया। पुलिस ने राजा को गिरफ्तार किया और पूछताछ के दौरान उसने अपने अपराध को स्वीकार कर लिया। धीरेंद्र की लाश मध्य प्रदेश के रीवा में मिली, लेकिन उसका सिर और प्राइवेट पार्ट गायब थे। धीरेंद्र की हत्या की बेरहमी देखकर हर कोई हैरान था। इस मामले में और भी चौंकाने वाली बातें सामने आईं।

डायरी से खुले कई राज

राजा के फार्म हाउस से पुलिस को एक लाल डायरी मिली, जिसमें उसने अपने सभी अपराधों की जघन्य कहानियां लिखी थीं। डायरी में पहला नाम काली प्रसाद श्रीवास्तव का था, जो राजा के साथ काम करता था और साल 1997 में गायब हो गया था। राजा ने बताया कि उसने काली की हत्या इसलिए की क्योंकि काली ने उससे 50 हजार रुपये उधार लिए थे और नहीं लौटाए। राजा ने काली का सिर धड़ से अलग कर उसे उबालकर सूप बनाया और अपने साले के साथ मिलकर उसे पी लिया। इसके बाद, उसने काली के दिमाग को खोलकर उसे खाने की भी बात कही।


 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

News Editor

Parveen Kumar

Related News