G-20 Summit: दिल्ली ''लॉकडाउन'' में पेट्रोल पंप और CNG पंप खुले रहेंगे या रहेंगे बंद?...मालिकों को दी गई हिदायतें
punjabkesari.in Monday, Sep 04, 2023 - 12:02 PM (IST)

नेशनल डेस्क: दिल्ली में हो रहे G-20 शिखर सम्मेलन के दौरान तीन दिन यानि 8 से 10 सितंबर तक स्कूल, कॉलेज, दफ्तर, मॉल और बाजार बंद रहेंगे। यहां तक की दिल्ली हाई कोर्ट समेत सभी जिला अदालतों के लिए 8 सितंबर को छुट्टी घोषित कर दी है। 9-10 सितंबर को शनिवार और रविवार है। इन तीन दिनों के दौरान दिल्ली में कई वाहनों की एंट्री भी बंद रहेगी। इसी बीच सभी के मन में सवाल उठ रहे हैं कि क्या इन तीन दिनों तक पेट्रोल पंप और सीएनजी पंप भी बंद रहेंगे।
क्या बोले सीएनजी पेट्रोल एसोसिएशन के अध्यक्ष?
8 से 10 सितंबर के बीच क्या पेट्रोल पंप और सीएनजी पंप बंद रहेंगे तो इस पर पंप एसोसिएशन ने कहना है कि अभी उनके पास फिलहाल ऐसा कोई निर्देश नहीं आया है लेकिन जहां पर जी-20 का शिखर सम्मेलन का आयोजन होना है उसके आसपास के सीएनजी पंप को बंद रखा जाएगा। सीएनजी पेट्रोल एसोसिएशन के अध्यक्ष निश्चल सिंघानिया ने बताया कि सभी सीएनजी पंप बंद करने का किसी तरह का निर्देश फिलहाल नहीं है, लेकिन जहां पर जी-20 का शिखर सम्मेलन का आयोजन होना है उसके आसपास के सीएनजी पंप को बंद रखा जाएगा।
वहीं पेट्रोलियम एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय बंसल ने बताया कि जिस रूट पर विदेशी मेहमानों का आवागमन होगा उस रूट के पेट्रोल पंप बंद रखे जा सकते हैं। अमूमन जब भी किसी VVIP के लिए रूट लगता है तो पेट्रोल पंप को उस दौरान बंद रखा जाता है। सुरक्षा व्यवस्था भी बढ़ा दी जाती है। विदेशी मेहमान जिन रूट से निकलकर आयोजन स्थल तक जाएंगे उन रास्तों पर आने वाले सभी पंप पर दिल्ली पुलिस कड़ी नजर रख रही है। बताया जा रहा है कि इन पंप के सीसीटीवी कैमरों की जांच करने के भी निर्देश दिए गए हैं। इतना ही नहीं पेट्रोल और सीएनजी पंप के बाहर लगे आग बुझाने वाले उपकरणों का भी ठीक से रख रखवा करने के निर्देश दिल्ली पुलिस ने पंप मालिकों को दिया है।
सुरक्षा कड़ी
भारतीय वायुसेना (IAF) G-20 शिखर सम्मेलन के मद्देनजर दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों के आसमान को सुरक्षित करने के अपने विस्तृत प्रयासों के तहत अग्रिम पंक्ति के लड़ाकू विमान, रडार, एंटी-ड्रोन सिस्टम और सतह से हवा में मार करने वाले प्रक्षेपास्त्र तैनात कर रही है। दिल्ली के हवाई क्षेत्र के साथ-साथ विभिन्न नेताओं के भारत के भीतर उड़ान मार्ग को सुरक्षित करने के लिए जो विमान शामिल किए जा रहे हैं, उनमें लड़ाकू विमान राफेल, मिराज-2000 और सुखोई-30 एमकेआई शामिल हैं। जिन प्रक्षेपास्त्रों को तैनात किया गया है उनमें आकाश के साथ-साथ मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल (MR-SAM) प्रणाली भी शामिल है।
समग्र सुरक्षा उपायों के तहत भारतीय वायुसेना ने पंजाब, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान और जम्मू कश्मीर में अपने सभी हवाई अड्डों को परिचालन के लिए तैयार रखा है। सूत्रों ने कहा कि समग्र सुरक्षा उपायों का विभिन्न अन्य संबंधित एजेंसियों के साथ समन्वय किया जा रहा है। दिल्ली और पड़ोसी क्षेत्रों के हवाई क्षेत्र की सुरक्षा मुख्य रूप से भारतीय वायुसेना के दिल्ली मुख्यालय पश्चिमी कमान द्वारा संभाली जा रही है। हालांकि, अन्य कमांडो भी तैनात किए जा रहे हैं।