एर्दोगन ने फिर की पाकिस्तान की तरफदारी,बोले- "झुकेगा नहीं तुर्की", अब भारत को तय करना अगला कदम

punjabkesari.in Thursday, May 15, 2025 - 03:04 PM (IST)

International Desk:  तुर्की ने "बेशर्मी" की सारी हदें पार करते हुए भारत के आतंकवाद विरोधी रुख पर प्रहार किया है।तुर्की के राष्ट्रपति रेचेप तैय्यप एर्दोगन  ने एक बार फिर अपने पाकिस्तान-समर्थक रुख को दुनिया के सामने स्पष्ट करते हाल ही में दिए एक बयान में  कहा कि उनका देश किसी भी कीमत पर पाकिस्तान का समर्थन करता रहेगा और दुनिया का कोई भी देश, चाहे वह आर्थिक दबाव डाले या ब्लैकमेल करने की कोशिश करे लेकिन तुर्की झुकेगा नहीं। 
 

 

Erdogan is clear that he will support Pakistan and no kind of economic blackmail will be acceptable

Now its upto India and Indians to decide if they still want Turkey Products and Turkey Tourism pic.twitter.com/rZaUbjduaX

— The Jaipur Dialogues (@JaipurDialogues) May 15, 2025

 

इस बयान की टाइमिंग और महत्व 
यह बयान ऐसे समय पर आया है जब भारत और पाकिस्तान के बीच हाल ही में सैन्य तनाव चरम पर है। 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में बड़ा आतंकी हमला हुआ, जिसमें 26 निर्दोष लोगों की मौत हुई। इसके जवाब में  भारत ने 7 मई को "ऑपरेशन सिंदूर"** के तहत पाकिस्तान और POK (पाक अधिकृत कश्मीर) में आतंकी ठिकानों पर सर्जिकल स्ट्राइक की।  पाकिस्तान ने जवाबी हमलों की कोशिश की, लेकिन भारत को सैन्य बढ़त हासिल हुई, जिसे कई अंतरराष्ट्रीय मीडिया (जैसे New York Times) ने भी माना। ऐसे माहौल में एर्दोगन का यह बयान साफ संकेत देता है कि तुर्की भारत के आतंकवाद विरोधी रुख की बजाय पाकिस्तान के साथ खड़ा है। एर्दोगन का बयान एक प्रकार की  चेतावनी भी है और चुनौती भी ।वह साफ कह रहे हैं कि पाकिस्तान को समर्थन देना उनकी नीति है, चाहे भारत जैसे बड़े देश इसके विरोध में क्यों न हों।

 

कोई नया नहीं तुर्की का भारत-विरोधी रुख

  •  कश्मीर मुद्दे पर तुर्की लगातार पाकिस्तान का समर्थन करता रहा है। 
  •   संयुक्त राष्ट्र और OIC (इस्लामिक सहयोग संगठन) जैसे मंचों पर भी एर्दोगन ने भारत के खिलाफ बयान दिए हैं।
  •   तुर्की, भारत में चल रहे आतंकवाद के खिलाफ किसी प्रकार की स्पष्ट निंदा नहीं करता।
  •  कुछ मौकों पर एर्दोगन ने कश्मीर को “विवादित क्षेत्र” बताया, जिससे भारत ने कड़ी आपत्ति जताई थी।
  •  

  भारत के लिए  बड़ा सवाल

  • क्या हम तुर्की के प्रोडक्ट्स जैसे कि सिरेमिक्स, फर्नीचर, कपड़े और इलेक्ट्रॉनिक सामान खरीदते रहेंगे?
  •  क्या हम तुर्की टूरिज़्म  को बढ़ावा देते रहेंगे और अपने पैसे से उनके अर्थतंत्र को मज़बूत करते रहेंगे?
  •  या फिर अब समय आ गया है कि हम अपने *राष्ट्रहित को प्राथमिकता दें और ऐसे देशों से दूरी बनाएं जो  भारत के खिलाफ खड़े हैं?


गौरतलब है कि ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत ने पाकिस्तान पर ताबड़तोड़ हमले कर आतंकियों और उनके सहयोगियों को भारी नुकसान पहुंचाया। इस दौरान पाकिस्तान की मदद कर रहे तुर्की के दो मिलिट्री ऑपरेटर्स भी मारे गए। पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ तुर्की से मिले 350 से अधिक ड्रोन का इस्तेमाल किया।तुर्की ने सिर्फ ड्रोन नहीं भेजे, बल्कि उन्हें ऑपरेट करने के लिए अपने सैन्यकर्मी भी पाकिस्तान भेजे।भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत एक बड़ी जवाबी कार्रवाई में इन ऑपरेटर्स को मार गिराया।
 


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Content Writer

Tanuja

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