हिंसा के बाद श्रीलंका में 10 दिनों के लिए इमरजेंसी, कोलंबो दौरे पर है टीम इंडिया

punjabkesari.in Tuesday, Mar 06, 2018 - 03:42 PM (IST)

कोलंबोः श्रीलंका के कैंडी जिले में बौद्ध समुदाय और अल्पसंख्यक मुसलमानों के बीच भड़की हिंसा के बाद देश में आज 10 दिनों के लिए आपातकाल की स्थिति घोषित कर दी गई। हिंसक झड़पों में दो लोगों की मौत हो गई थी। सोमवार हिंसा भड़कने के बाद पुलिस ने थेलदेनिया इलाके में कर्फ्यू लगा दिया था। भारतीय क्रिकेट टीम निदाहास ट्रॉफी टी-20 ट्राई सीरीज के लिए श्रीलंका दौरे पर है। कोलंबो के आर. प्रेमदासा स्टेडियम में आज शाम पहला मैच खेला जाएगा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक खिलाड़ियों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। सामाजिक सशक्तिकरण मंत्री एस.बी. दिसानायके ने बताया कि देश के कुछ हिस्सों में हिंसा भड़कने के बाद राष्ट्रपुपति मैत्रीपाला सिरीसेना और उनके मंत्रिमंडल ने आज 10 दिनों के लिए आपातकाल की स्थिति घोषित करने का फैसला किया।

राष्ट्रपति सचिवालय में मंत्रिमंडल की बैठक के बाद उन्होंने बाहर मौजूद संवाददाताओं को बताया कि इस संबंध में जल्द एक गजट अधिसूचना जारी की जाएगी। डेली मिरर ने उनके हवाले से कहा कि आरोप लग रहे हैं कि इन तनावपूर्ण स्थितियों के प्रभाव को कम करने के लिए कानून लागू नहीं किया जा रहा है। अब, पुलिस और सैन्य र्किमयों को सुरक्षा बढ़ाने के लिए संबंधित स्थानों पर तैनात कर दिया गया है।’’ दिसानायके ने कहा कि राष्ट्रपति10 दिन बाद फैसला करेंगे कि आपातकाल की स्थिति को आगे बढ़ाना है या नहीं। कैंडी जिले के थेलडेनिया और पालेकेल इलाके में आज फिर से कफ्र्यू लगाया गया और भारी हथियारों से लैस विशेष कार्यबल के पुलिस कमांडो की तैनाती की गई है।

उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ सालों से श्रीलंका में दो समुदायों के बीच तनाव चल रहा है। बौद्ध लोगों का मुस्लिमों पर आरोप है कि वे लोगों का धर्म परिवर्तन करवा रहे हैं और बौद्ध पुरातात्विक स्थलों को तोड़ रहे हैं। वहीं बौद्ध श्रीलंका में शरण ले रहे रोहिंग्याओं के भी खिलाफ हैं। आपातकाल लगाने का फैसला कैबिनेट की विशेष मीटिंग में किया गया है। बैठक में यह भी तय किया गया कि हिंसा फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। जून, 2014 में भी मुस्लिम विरोधी अभियान शुरू हुआ था जिसने बाद में हिंसात्मक रूप ले लिया था और इसमें काफी लोग मारे गए थे। राष्ट्रपति एम.सिरीसेना ने 2015 में सत्ता में आने के बाद मुस्लिम विरोध अपराध को लेकर जांच शुरू करवाई थी लेकिन अभी तक इसके कोई नतीजे सामने नहीं आए।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Recommended News

Related News