ओडिशा में पिता की विरासत संभालेंगी 10 बेटियां, उतरीं चुनावी मैदान में

punjabkesari.in Saturday, Apr 27, 2024 - 05:02 PM (IST)

नेशनल डेस्क. भुवनेश्वर ओडिशा में इस बार लोकसभा और विधानसभा में 10 बेटियां अपने पिता की राजनीतिक विरासत पर दावा ठोंक मैदान में उतरी हैं। पिता की लोकप्रियता के आधार पर इन बेटियों को पार्टियों ने चुनाव मैदान में उतारा है। बीजद ने विधानसभा और लोकसभा में सर्वाधिक पांच ऐसी महिला उम्मीदवारों को प्रत्याशी बनाया है। कांग्रेस ने भी तीन और भाजपा ने दो ऐसी बेटियों को पिता का उत्तराधिकारी बनाकर चुनाव मैदान में उतारा है।


बरगढ़ जिले में स्थित आदिवासियों के लिए सुरक्षित पदापुर विधानसभा सीट से पांच बार विधायक रह चुके स्व. विजय रंजन सिंह बरिहा की मृत्यु के बाद उनकी बेटी वर्षा सिंह बरिय मैदान में हैं। बीजद ने उन्हें अपना उम्मीदवार बनाया है।


पूर्व सीएम और पूर्व मंत्री की बेटियों में मुकाबला : एक वर्ष पहले पूर्व मंत्री नब किशोर दास की हत्या के झारसुगुड़ा उपचुनाव में विधायक बनीं उनकी बेटी दीपाली दास को इस बार भी बीजद ने उम्मीदवार बनाया है। दीपिका के मुकाबले में कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री हेमानंद बिस्वाल की बेटी अमीता बिस्वाल को उतारा है।


राज परिवार की सुलक्षणा बीजद ने धाराकोटे के दिवंगत दिग्गज नेता एएन सिंहदेव की 25 वर्षीय पुत्री सुलक्षणा गीतांजलि देवी को सनाखेमुंडी विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया है। गीतांजलि बाराकोट शाही परिवार से चुनाव लड़‌ने वाली पांचवीं सदस्य हैं। उनके दादा एएन सिंहदेव सुरदा निर्वाचन क्षेत्र से 1967, 1971, 1977 और 1995 में चार बार प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। एएन सिंहदेव 1989 में अस्का के सांसद रह चुके हैं। सुलक्षणा की दादी शांति देवी 1990 में इस सीट से चुने गए थे। उनको मां नंदिनी देवी 2014 में सनाखेमुंडी सीट से जीती थीं। 


ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक के मूह क्षेत्र की अस्का लोकसभा सीट पर बीजद ने तेज तर्रार युवा नेत्री रंजीता साहू को मैदान में उतारा है। रंजीता के पिता हखसाद साहू गंजाम जिले के वरिष्ठ बीजद नेता हैं। रंजीता के पिता और मां सुनीता प्रभा साहू कोडाला अधिसूचित क्षेत्र परिषद के अध्यक्ष रह चुके हैं। वहीं रंजीता के मुकाबले में अस्का सीट पर भाजपा ने पूर्व वित्त मंत्री तथा बीजद के संस्थापक सदस्य रामकृष्ण पटनायक की बेटी अनीता शुभदर्शिनी को मैदान में उतारा है। अनीता की मां कुमुदिनी पटनायक भी अरका की सांसद रह चुकी हैं। अनीता को 2019 में भी भाजपा ने टिकट दिया था। हालांकि वह जीत नहीं सकी हैं।


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Content Editor

Parminder Kaur

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