विधवाओं के लिए गंगा भगीरथी शब्द के इस्तेमाल संबंधी प्रस्ताव पर पूर्वी मंत्री बोलीं, यह मनुवादी सरकार की खतरनाक साजिश
punjabkesari.in Friday, Apr 14, 2023 - 05:43 PM (IST)

नेशनल डेस्क: महाराष्ट्र की पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता यशोमति ठाकुर ने शुक्रवार को कहा कि विधवा महिलाओं के लिए ‘गंगा भागीरथी' शब्द का इस्तेमाल करने का राज्य सरकार का प्रस्ताव एक ‘खतरनाक साजिश' है। उन्होंने आरोप लगाया कि ‘मनुवादी' ताकतें लगातार महिलाओं और समाज के अन्य वर्गों को आगे बढ़ने से रोकने की कोशिश कर रहे हैं। ठाकुर ने कहा कि विधवा महिलाओं को आज भी कई मोर्चों पर मुश्किलों का सामना करना पड़ता है और इन महिलाओं को नया तमगा देने से इनकी स्थिति नहीं बदलेगी।
मैं अपने नाम के आगे ‘गंगा भागीरथी' क्यों लगाऊं?
उन्होंने कहा कि सरकार को इसके बजाय विधवा महिलाओं के कल्याण के लिए योजनाओं के क्रियान्वयन को गति देने का प्रयास करना चाहिए। महाराष्ट्र के महिला एवं बाल विकास मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा ने बुधवार को अपने विभाग के प्रमुख सचिव को लिखे एक पत्र में विधवा महिलाओं को सम्मान देने के लिए, उनके लिए ‘गंगा भागीरथी' शब्द का इस्तेमाल करने का प्रस्ताव दिया था। ठाकुर ने कहा, “मैं यशोमति हूं। मैं अपने नाम के आगे ‘गंगा भागीरथी' क्यों लगाऊं? मैं ‘गंगा भागीरथी' नहीं हूं और न ही मैं कभी अपने नाम के आगे इसका इस्तेमाल करूंगी।
इस तरह के फैसले को लागू नहीं होने देना चाहिए
आज जब हम बाबासाहेब आंबेडकर की जयंती मना रहे हैं, तो मैं इस बात जोर देना चाहूंगी कि हमें राज्य में इस तरह के फैसले को लागू नहीं होने देना चाहिए।” महाराष्ट्र की पूर्व महिला एवं बाल विकास मंत्री ठाकुर ने कहा, “मैंने अपने पति को खो दिया और उनके आकस्मिक निधन के बाद अपने बच्चों का अकेले दम पर पालन-पोषण किया। इस देश के संविधान की बदौलत मैंने समानता और शिक्षा का अधिकार हासिल किया है।
यह एक खतरनाक साजिश है
आज, मेरी पहचान एक स्वतंत्र व्यक्ति के रूप में है।” उन्होंने कहा, “संविधान ने सभी दलितों, वंचितों, शोषितों और महिलाओं को दासता की जंजीरों से मुक्ति दिलाई है। हालांकि, मनुवादी ताकतें इन वर्गों को लगातार आगे बढ़ने से रोकने का प्रयास कर रही हैं।” ठाकुर ने कहा कि यह एक खतरनाक साजिश है और डॉ. आंबेडकर की जयंती पर आइए हम सब इस साजिश को नाकाम करने का संकल्प लें।