गहराया जल संकट: बोतलबंद पानी पर टिका जीवन

punjabkesari.in Wednesday, Apr 18, 2018 - 11:31 AM (IST)

नई दिल्ली: गर्मी बढ़ते ही राजधानी में पानी संकट गहराने लगा है। पिछले कुछ दिनों से पहले से ही पानी की परेशानी तमाम इलाकों में चल रही है लेकिन मंगलवार को पानी संकट और ज्यादा गहरा गया। पश्चिम दिल्ली के तमाम इलाके सरिता विहार, खानपुर, पालम सहित आस-पास के करीब चार दर्जन इलाकों में पानी की आपूर्ति प्रभावित रही। सुबह और शाम को पानी की आपूर्र्ति बंद रहने के कारण लोगों ने पीने का पानी बाजार से खरीदकर पिया। और तो और मंगलवार सुबह भी प्रभावित इलाकों में पानी सप्लाई करने के समय में कटौती की गई और कम समय के लिए पानी सप्लाई किया गया। पानी की दिक्कत होने का कारण यमुना में अमोनिया का बढऩा बताया जा रहा है। अमोनिया बढने से दो जल शोधन संयंत्रों में पानी का उत्पादन 50 प्रतिशत कम हो गया था जिसके कारण पानी की आपूर्ति पश्चिम दिल्ली और आस-पास के इलाकों में प्रभावित रही। 

कम पानी आने के चलते यमुना में बढ़ा अमोनिया
जानकारी के मुताबिक हरियाणा से कम पानी आने के चलते यमुना में अमोनिया बढ़ा हुआ है जिससे जल शोधन संयंत्र प्रभावित चल रहे हैं। यमुना में अमोनिया तय स्तर से ज्यादा होने की दिक्कत इसी साल की शुरुआत में ही शुरू हो गई थी। बताया जाता है कि हरियाणा द्वारा यमुना में कम पानी छोड़े जाने के कारण यमुना में अमोनिया बढ़ गया है। बता दें कि एक जनवरी से ही यह दिक्कत चल रही है और बीच-बीच में अमोनिया बढऩे पर जल बोर्ड अपने संयंत्रों से पानी का उत्पादन बंद कर देता है। जिन इलाकों में सबसे ज्यादा दिक्कत रही उनमें टैगोर गार्डन, राजौरी गार्डन, ख्याला, विष्णु गार्डन, केश्वपुर मंडी, तिलक नगर, कर्मपुरा, रमेश नगर, रघुबीर नगर, मादीपुर, पश्चिम विहार का कुछ हिस्सा, सरिता विहार, खानपुर, पालम डाबड़ी सहित कुछ और इलाके भी शामिल हैं। बता दें कि पानी की आपूर्ति बंद होने पर प्रभावित इलाके के लोग जल बोर्ड के कंट्रोल रूम नंबर 01123727679 पर फोन करके पानी टैंकर मंगवाने के लिए आवेदन कर सकते हैं।    

गर्मी में बिना पानी कैसे हो गुजारा
 दिल्ली सरकार भले ही लाख दावे करे कि उसने दिल्ली के कोने कोने में पीने का पानी पहुंचा दिया है, लेकिन सच्चाई बिल्कुल इसके विपरीत है। क्योंकि पश्चिमी व बाहरी दिल्ली में ऐसे कई इलाके हैं जहां आज भी पीने के पानी की किल्लत बरकरार है। द्वारका व नजफगढ़ जिलों के ज्यादातर क्षेत्रों में न पीने की पाइप लाइन बिछ पाई है, न ही प्रतिदिन निर्बाध्य पीने के पानी की सप्लाई हो रही है। द्वारका विधानसभा में मंगलापुरी व मंगलापुरी गांव में बीते दो हफ्तों से अधिक समय से घरों में गंदे व बदबूदार पानी की सप्लाई हो रही है। स्थानीय प्रधान राजेश तिवारी ने बताया कि कई बार स्थानीय विधायक व दिल्ली जल बोर्ड से शिकायत करने के बावजूद स्थिति नहीं बदल रही। वहीं पालम विधानसभा के साध नगर में लाखों लोग कई वर्षों से मीठे पानी की सप्लाई की मांग कर रहे हैं। यहां घरों में खारा पानी सप्लाई हो रहा है। यहां के लोग टैंकर के भरोसे जी रहे हैं। 

भरत विहार में भी पेय जल एक बड़ा संकट 
मटियाला विधानसभा स्थित द्वारका सेक्टर 14 भरत विहार में भी पिछले कई वर्षों से पेय जल एक बड़ा संकट है। यहां का ज्यादातर इलाका अनाधिकृत कॉलोनी क्षेत्र है। यहां के लोग प्रति वर्ष गर्मी शुरू होते ही पानी की किल्लत के चलते हंगामा करते हैं। लगभग साल भर पहले स्थानीय विधायक ने बातचीत के दौरान यहां की पेय जल समस्या दूर कराने की बात कही थी। लेकिन अब तक यहां वही स्थिति है। मुंडका विधानसभा के शरवण पार्क समेत यहां की अन्य पांच कॉलोनियों में भी अब तक पीने की पाइप लाइन बिछाने का काम तक नहीं शुरू हुआ है। किराड़ी विधानसभा में इंदर एन्क्लेव, प्रेम नगर समेत आधा दर्जन कॉलोनियों में लंबे समय से गंदा व बदबूदार पानी सप्लाई हो रहा है। नरेला विधानसभा के मेट्रो विहार समेत फेस-1, फेस-2, समेत आधा दर्जन अन्य पॉकेटों में भी आज तक पीने के पानी की पाइप लाइन नहीं बिछाई गई है। बवाना विधानसभा में ज्यादातर अनाधिकृत कॉलोनी क्षेत्र में लोग टैंकर के भरोसे हैं। ऐसे में दिल्ली सरकार का दिल्ली के कोने कोने में पीने का पानी पहुंचाने का दावा कितना सही है, इसका अंदाजा बखूबी लगाया जा सकता है।


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Anil dev

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