''हम कौन सी जादू की झड़ी घुमाएं...'' दिल्ली-NCR में प्रदूषण पर बोले CJI सूर्यकांत

punjabkesari.in Thursday, Nov 27, 2025 - 03:06 PM (IST)

नेशनल डेस्क : दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण को लेकर सुप्रीम कोर्ट में गुरुवार को गंभीर चर्चा हुई। वायु प्रदूषण मामले में एमिकस क्यूरी अपराजिता सिंह ने शीर्ष अदालत को बताया कि दिल्ली-एनसीआर में हालात बेहद चिंताजनक हैं और यह स्थिति एक “स्वास्थ्य आपातकाल” का रूप ले चुकी है। इस पर मुख्य न्यायाधीश (CJI) सूर्यकांत ने कहा कि अदालत यह समझना चाहती है कि वह ऐसा कौन-सा निर्देश जारी करे जिससे तुरंत स्वच्छ हवा उपलब्ध कराई जा सके। उन्होंने पूछा कि “न्यायिक मंच कौन-सी जादुई छड़ी घुमा सकता है? हमें बताइए कि हम क्या निर्देश दे सकते हैं?”

क्या हो सकता है इसका समाधान
सीजेआई ने कहा कि प्रदूषण समस्या के कई कारण हैं और इसे किसी एक वजह तक सीमित करके देखना “गंभीर भूल” होगी। उन्होंने कहा कि समाधान तभी संभव है जब विशेषज्ञ और वैज्ञानिक हर क्षेत्र का अलग-अलग विश्लेषण कर सुझाव दें। अदालत ने यह भी माना कि दिवाली और सर्दियों के दौरान प्रदूषण पर कई समितियां और योजनाएं बनाई गईं, लेकिन उनका अधिकांश कार्यान्वयन “कागज़ों तक ही सीमित” रहा और स्थिति में कोई ठोस सुधार नहीं हुआ। उन्होंने नियमित और सख्त निगरानी की आवश्यकता पर जोर दिया।

मुख्य न्यायाधीश सूर्यकांत ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट मामले पर लगातार विचार करेगा। उन्होंने यह भी बताया कि दिल्ली की खराब हवा के कारण वह स्वयं बाहर टहलने से परहेज कर रहे हैं। शीर्ष अदालत ने दिल्ली-एनसीआर की गिरती वायु गुणवत्ता पर दायर याचिका पर 3 दिसंबर को सुनवाई करने का फैसला किया है। कोर्ट ने ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) को सालभर लागू रखने के विचार को खारिज कर दिया। ग्रैप एक आपातकालीन ढांचा है जिसके तहत प्रदूषण गंभीर होने पर कई गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाया जाता है।

दिल्ली में प्रदूषण का स्तर
दिल्ली की एयर क्वालिटी गुरुवार, 27 नवंबर की सुबह “बहुत खराब” श्रेणी में दर्ज की गई। एक दिन पहले एयर क्वालिटी मैनेजमेंट कमीशन ने GRAP स्टेज-3 के तहत लगी पाबंदियाँ हटा दी थीं। सुबह शहर का कुल AQI 351 था, जबकि बुधवार शाम 4 बजे यह 327 दर्ज किया गया था। मंगलवार का AQI 353 और सोमवार का 328 रहा था। यह प्रदूषण का लगातार 21वां दिन था जब AQI 300 से ऊपर दर्ज हुआ।

सुनवाई को वर्चुअल मोड में शिफ्ट करने का संकेत
सीजेआई सूर्यकांत ने कहा कि यदि बार एसोसिएशन प्रदूषण की गंभीर स्थिति को देखते हुए सुनवाई को वर्चुअल मोड में स्थानांतरित करने का प्रस्ताव रखता है, तो सुप्रीम कोर्ट इस पर विचार करने को तैयार है। उन्होंने कहा कि बुधवार को 55 मिनट की सुबह की वॉक के बाद उन्हें सांस लेने में दिक्कत हुई और सुबह तक परेशानी बनी रही। उन्होंने यह टिप्पणी SIR एक्सरसाइज की संवैधानिक वैधता को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर सुनवाई के दौरान की।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Editor

Shubham Anand

Related News