Delhi Violence: दंगों में बिछड़ी 2 साल की बच्ची को परिवार से मिलवाया, अफरा-तफरी के बीच मस्जिद में बैठी थी अकेली

punjabkesari.in Friday, Mar 06, 2020 - 10:44 AM (IST)

नई दिल्ली: उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुए दंगों के दौरान लोगों की अलग-अलग कहानियां सामने आ रही हैं। इसी में एक कहानी 2 वर्षीय एक बच्ची की है, जोकि अपने परिवार से बिछड़ गई थी। जिसके बिछडऩे की खबर मीडिया के जरिए दिल्ली महिला आयोग को मिली और आयोग ने बच्ची को परिवार से मिलवाने की जिम्मेदारी महिला पंचायत को सौंपी। 

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आयोग ने बताया कि बच्ची उन्हें एक महिला के पास मुस्तफाबाद के दंगा पीड़ितों के लिए बनाए गए शेल्टर होम से मिली है। जब टीम ने महिला से बात की तो उसने बताया कि दंगों के माहौल में मची अफरा-तफरी के बीच लड़की मस्जिद में अकेली बैठी थी, वो कुछ बोल भी नहीं पा रही थी। उसके हालात देखकर वो उसे अपने साथ ले आई लेकिन डर से पुलिस को रिपोर्ट नहीं की। महिला बच्ची को देने से डर रही थी उसे भय था कि बच्ची को ठीक से रखा जाएगा या नहीं। इस दौरान आयोग की सदस्य फिरदौस ने महिला को समझाया कि बच्ची को उसके माता-पिता से मिलवाने का प्रयास किया जा रहा है। जिसके बाद वो बच्ची देने को राजी हुई। 

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आयोग ने इसकी सूचना पुलिस को दी और दोनों ने मिलकर सांझा अभियान चलाया और क्षेत्र में जाकर लोगों से बातचीत भी की। यही नहीं मस्जिद के पास से बच्ची मिलने की मुनादी भी करवाई गई, जिसके बाद बच्ची के दादा ने पुलिस स्टेशन पहुंचकर जानकारी मांगी। दादा ने बताया कि जिस वक्त बच्ची लापता हुई थी, वो उस समय उसके साथ थे और पिछले कई दिनों से बच्ची को ढूंढ रहे हैं। बच्ची के पिता को उसके बाद पुलिस स्टेशन बुलाया गया और उसने बच्ची के पिता होने के सबूत दिखाए व कागजी कार्रवाई के बाद बच्ची को उसके परिवार को सौंप दिया गया। 


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Edited By

Anil dev

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