Delhi Blast: दिल्ली ब्लास्ट में मिला जूते का सुराग, इस विस्फोटक से किया गया था धमाका, हुआ बड़ा खुलासा
punjabkesari.in Monday, Nov 17, 2025 - 02:27 PM (IST)
नेशनल डेस्क। दिल्ली में हुए हालिया आतंकी ब्लास्ट की जांच कर रही एजेंसियों ने एक बड़ा खुलासा किया है। जांच में सामने आया है कि जैश-ए-मोहम्मद (Jaish-e-Mohammed) का आतंकी डॉ. उमर मोहम्मद एक शू बॉम्बर था जिसने अपने जूते में छिपाए गए अत्यधिक खतरनाक विस्फोटक TATP (ट्राईएसीटोन ट्राईपेरोक्साइड) का इस्तेमाल करके इस हमले को अंजाम दिया। जांच टीम को घटनास्थल से कई अहम सबूत मिले हैं जो हमले की गंभीरता और फंडिंग नेटवर्क की ओर इशारा करते हैं।
जूते में छिपा था हमले का ट्रिगर
सुरक्षा एजेंसियों से जुड़े सूत्रों ने बताया कि ब्लास्ट स्पॉट से बरामद सबूतों से यह पैटर्न सामने आया है:
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बरामदगी: जांच टीम को ब्लास्ट वाली कार (120 कार) की ड्राइविंग सीट के नीचे से एक जूता मिला है।
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धातु पदार्थ: इस जूते में मेटल नुमा सबस्टेंस (धातु जैसा पदार्थ) पाया गया है।
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ट्रिगर की उम्मीद: जांच एजेंसियों को संदेह है कि यही धातु पदार्थ विस्फोट का मुख्य ट्रिगर (मुख्य विस्फोटक यंत्र) था जिसका इस्तेमाल ब्लास्ट को अंजाम देने के लिए किया गया।
विस्फोटक के मिले पुख्ता सबूत
फोरेंसिक जांच (Forensic Investigation) में विस्फोट स्थल से कार के टायर और बरामद जूते दोनों से TATP के ट्रेसेस (अंश) मिले हैं।
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विस्फोटकों का मिश्रण: एजेंसियों का मानना है कि आतंकियों ने बड़े धमाके की प्लानिंग के लिए भारी मात्रा में TATP जमा कर रखा था। हमले में अमोनियम नाइट्रेट के साथ TATP का मिश्रित इस्तेमाल किया गया जिसकी पुष्टि पहले भी हो चुकी है।
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कार में सबूत: कार की पीछे की सीट के नीचे भी विस्फोटकों के सबूत मिले हैं।
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डॉक्टर शाहीन के जरिए हुई ₹20 लाख की फंडिंग
जांच में यह भी स्पष्ट हो गया है कि इस आतंकी साज़िश के लिए पैसों की फंडिंग की गई थी:
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फंडिंग का स्रोत: दिल्ली ब्लास्ट की साज़िश के लिए ₹20 लाख की फंडिंग गिरफ्तार लेडी डॉक्टर शाहीन के ज़रिए मॉड्यूल को दी गई थी।
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शाहीन की भूमिका: शाहीन की भूमिका फंडिंग और लॉजिस्टिक्स (साजो-सामान) जुटाने में अहम थी।
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नेटवर्क पर ध्यान: सुरक्षा एजेंसियां अब पूरे नेटवर्क प्लानिंग, फंडिंग और सप्लाई चेन (आपूर्ति श्रृंखला) को उजागर करने में जुटी हुई हैं।
2001 रिचर्ड रीड मामले जैसा पैटर्न
सूत्रों ने दावा किया कि डॉ. उमर मोहम्मद द्वारा इस्तेमाल किया गया यह पैटर्न दिसंबर 2001 के रिचर्ड रीड मामले से मिलता-जुलता है। उस समय पेरिस-मियामी जा रही अमेरिकी एयरलाइंस की फ्लाइट में एक 'शू बॉम्बर' रिचर्ड रीड ने TATP से धमाका करने की असफल कोशिश की थी। ठीक उसी तर्ज़ पर उमर ने भी जूते को हथियार बनाया है।
TATP क्या है?
TATP (Triacetone Triperoxide) एक अत्यंत शक्तिशाली और संवेदनशील विस्फोटक है। यह एसीटोन और हाइड्रोजन पेरोक्साइड के मिश्रण से बनता है।
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यह रंगहीन, गंधहीन और क्रिस्टलीय पदार्थ होता है जो छोटे झटके या गर्मी से भी फट सकता है।
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इसे 'मदर ऑफ सैटेन' (Mother of Satan - शैतान की माँ) भी कहा जाता है क्योंकि इसे बनाना बेहद खतरनाक होता है और यह बनाने वाले को भी नुकसान पहुंचा सकता है।
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आतंकी इसे इसलिए पसंद करते हैं क्योंकि यह सस्ता, आसानी से बनने वाला और सुरक्षा जांच के दौरान पता लगाने में मुश्किल होता है।
