ISRO ने रूस को दी बधाई: चांद पर भारत का पड़ोसी बनेगा रूस, चंद्रयान 3 के बाद रूसी लुना 25 गया चंद्रमा पर
punjabkesari.in Friday, Aug 11, 2023 - 12:17 PM (IST)

नेशनल डेस्क: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने शुक्रवार को रूस के चंद्रमा मिशन लूना-25 के सफल प्रक्षेपण के लिए रूसी राज्य अंतरिक्ष निगम, रोस्कोस्मोस को बधाई दी। ISRO ने शुक्रवार को ट्वीट किया, हमारी Space Magazines में Chandrayaan-3 और Luna-25 मिशनों को अपने लक्ष्य हासिल करने की शुभकामनाएं। रूस ने शुक्रवार को लूना 25 लॉन्च किया, जो 47 वर्षों में देश का पहला चंद्र मिशन है।
रूस स्थित TASS समाचार एजेंसी ने बताया कि Luna-25 ने रूस के सुदूर पूर्व में वोस्तोचन लॉन्च सुविधा से उड़ान भरी। सोयुज-2 फ्रीगेट रॉकेट पर लॉन्च किया गया, लूना 25 ने सुबह 8:10 बजे (स्थानीय समय) उड़ान भरी।
शुक्रवार को, सीएनएन ने बताया। TASS की रिपोर्ट के अनुसार, प्रक्षेपण के लगभग 564 सेकंड बाद फ्रीगेट बूस्टर रॉकेट के तीसरे चरण से अलग हो गया। लॉन्च के करीब एक घंटे बाद लूना-25 अंतरिक्ष यान बूस्टर से अलग हो जाएगा।
दक्षिणी ध्रुव तक पहुंचने वाला पहला अंतरिक्ष यान
चंद्रमा की उड़ान में 5.5 दिन लगेंगे। बोगुस्लाव्स्की क्रेटर क्षेत्र तक पहुंचने से पहले अंतरिक्ष यान चंद्रमा की सतह से लगभग 100 किलोमीटर ऊपर तीन से सात दिन बिताएगा। इस बीच, मैन्ज़िनस और पेंटलैंड-ए क्रेटर को वैकल्पिक लैंडिंग साइट के रूप में नामित किया गया है। मिशन का प्राथमिक लक्ष्य सॉफ्ट लैंडिंग तकनीक को बेहतर बनाना होगा। TASS के अनुसार, यह मिशन पृथ्वी के प्राकृतिक उपग्रह के दक्षिणी ध्रुव तक पहुंचने वाला पहला अंतरिक्ष यान बन सकता है।