बच्चे के अच्छे नंबरों का लालच देकर टीचर्स ने मां का किया यौन शोषण, मामला जानकर काँप उठेंगे

punjabkesari.in Friday, Apr 25, 2025 - 07:45 PM (IST)

नेशनल डेस्क: महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले के मलकापुर शहर से एक ऐसी खबर सामने आई है जिसने हर किसी को स्तब्ध कर दिया है। यहां नूतन विद्यालय के दो शिक्षकों समाधान इंगले और अनिल थाटे पर एक 34 वर्षीय महिला के साथ बार-बार बलात्कार करने का आरोप लगा है। आरोप यह है कि इन शिक्षकों ने महिला को उसके बेटे को अच्छे अंक दिलाने और कक्षा में प्रथम स्थान दिलाने का लालच दिया और इसके बदले में उसके साथ शारीरिक संबंध बनाने के लिए दबाव डाला। पीड़िता का यह भी कहना है कि जब उसने इसका विरोध किया तो उसे और उसके बेटे को जान से मारने की धमकी दी गई। इस घिनौनी करतूत के सामने आने के बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है और लोग शिक्षकों के इस नीच हरकत पर अपना गुस्सा और दुख व्यक्त कर रहे हैं।

बेटे को अच्छे नंबर दिलाने का झांसा देकर किया यौन शोषण

पीड़ित महिला के अनुसार यह सिलसिला 10 सितंबर 2024 से शुरू हुआ और 22 अप्रैल 2025 तक चलता रहा। इस दौरान दोनों आरोपी शिक्षकों ने कई बार उसे डराया धमकाया और उसकी मजबूरी का फायदा उठाकर उसका यौन शोषण किया। महिला ने अपनी शिकायत में बताया है कि शिक्षक उसके बेटे की पढ़ाई को लेकर उससे बात करते थे और धीरे-धीरे उसे अपने जाल में फंसा लिया। उन्होंने उसे विश्वास दिलाया कि अगर वह उनकी बात मानेगी तो उसके बेटे को परीक्षा में अच्छे नंबर मिलेंगे और वह कक्षा में अव्वल आएगा। एक मां होने के नाते महिला अपने बेटे के भविष्य को लेकर चिंतित थी और शायद इसी वजह से वह इन शिक्षकों के झांसे में आ गई।

विरोध करने पर जान से मारने की धमकी

पीड़िता ने पुलिस को बताया कि जब उसने शिक्षकों के गलत इरादों का विरोध करने की कोशिश की तो उन्होंने उसे और उसके बेटे को जान से मारने की धमकी दी। शिक्षकों के इस रवैये से महिला बुरी तरह से डर गई थी और उन्हें समझ नहीं आ रहा था कि वह इस स्थिति से कैसे निकले। लगातार डर और दबाव में रहने के कारण वह मानसिक रूप से भी काफी परेशान हो गई थी। आखिरकार जब पानी सिर से ऊपर चला गया तो उसने हिम्मत जुटाकर पुलिस में शिकायत दर्ज कराने का फैसला किया।

पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए आरोपियों को किया गिरफ्तार

पीड़ित महिला ने मलकापुर पुलिस थाने में दोनों आरोपी शिक्षकों समाधान इंगले जो कि क्लास टीचर भी है और अनिल थाटे के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई। पुलिस ने मामले की गंभीरता को समझते हुए तुरंत कार्रवाई की और दोनों शिक्षकों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के बाद उन्हें अदालत में पेश किया गया जहां से उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस इस मामले की गहन जांच कर रही है और उम्मीद है कि जल्द ही सच्चाई सामने आ जाएगी और आरोपियों को उनके किए की सजा मिलेगी।

पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की जांच जारी है। अब यह देखना होगा कि जांच में और क्या खुलासे होते हैं और अदालत इस मामले में क्या फैसला सुनाती है। इस घटना ने समाज में एक बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या अब शिक्षक जैसे सम्मानित पद पर बैठे लोगों पर भी भरोसा करना मुश्किल हो गया है? यह घटना हम सभी के लिए एक सबक है कि हमें सतर्क रहने और ऐसे लोगों को पहचानने की जरूरत है जो शिक्षा के मंदिर को भी अपनी काली करतूतों से बदनाम कर सकते हैं।

 

 


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Content Editor

Ashutosh Chaubey

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