बिहार, झारखंड के लिए 2017..18 में बढा हुआ रेल बजटीय आवंटन
punjabkesari.in Thursday, Feb 02, 2017 - 11:05 PM (IST)

पटना: पूर्व मध्य रेल (इसीआर) ने आज बताया कि इस बार रेल बजट में बिहार और झारखंड के लिए क्रमश: 16.56 प्रतिशत और 15.57 प्रतिशत वृद्धि की गई है। इसीआर के महाप्रबंधक डी के ज्ञान ने आज यहां संवाददाताआें को संबोधित करते हुए बताया कि वर्ष 2017..18 के दौरान नई लाइन, दोहरीकरण तथा आमान परिवर्तन को मिलाकर कुल 347 किलोमीटर रेल लाइन निर्माण करने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2020 तक बडी लाइन पर स्थित सभी मानव रहित समपार फाटक खत्म कर दिये जाएंगे ।
इन्हें या तो मानव सहित बना दिया जाएगा या इन पर आरआेबी अथवा आरयूबी बना दिया जाएगा या इन्हें किसी मौजूदा किसी बगल वाले मानव सहित रेलवे फाटक से मिला दिया जायेगा। इसीआर के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी बी पी गुप्ता, मुख्य अभियंता हेमंत कुमार सिंह, मुख्य वाणिज्यिक प्रबंधक सलील कुमार झा और मुख्य जनसंपर्क अधिकारी अरविंद कुमार रजक के साथ आज यहां पत्रकारों को संबोधित करते हुए डी के ज्ञान ने बताया कि पूर्व मध्य रेल अंतर्गत कुल 1997 समपार फाटक हैं जिनमें से बडी लाइन पर कुल 560 मानव रहित समपार फाटक है। इस वर्ष अबतक आरआेबी निर्माण द्वारा 03 एवं कम टीयूवी के 10 समपार फाटक को बंद किया गया है तथा 20 समपार फाटक पर गेटमैन की तैनाती की गयी है। इस तरह कुल 33 मानव रहित समपार फाटक खत्म किये गये ।
ज्ञान ने बताया कि बडी लाइन पर शेष 452 मानव रहित समपार फाटकों को खत्म करने की योजना बनाई गई है जिसके अनुसार 216 मानव रहित समपार फाटकों पर निर्धारित उंचाई वाले सबवे द्वारा 230 मानव रहित समपार फाटकों को मानव सहित करने, 03 मानव रहित समपार फाटकों को डायवर्सन द्वारा तथा 03 अन्य को सीधे रुप से बंद करने की योजना है। उन्होंने बताया कि पिछले रेल बजट की तुलना में वर्तमान रेल बजट में बिहार के लिए 16.56 प्रतिशत की वृद्धि की गई है। वर्ष 2016..17 के 3171 करोड रूपये की तुलना में 2017..18 में 3696 करोड रूपये का प्रावधान किया गया है ।
ज्ञान ने बताया कि इसी प्रकार से झारखंड के लिए वर्ष 2016..17 के 2235 करोड रूपये की तुलना में 2017..18 में 2583 करोड रूपये का प्रावधान किया गया है जो कि पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में 15.57 प्रतिशत अधिक है। इसीआर के अंतर्गत दानापुर, समस्तीपुर एवं सोनपुर, झारखंड का धनबाद और पूर्वी उत्तरप्रदेश का मुगलसराय रेल मंडल आता है ।