शिवाजी महाराज की 'गौरव गाथा' से रूबरू कराएगी भारत गौरव ट्रेन, 6 दिनों की यात्रा आज से होगी शुरु

punjabkesari.in Monday, Jun 09, 2025 - 01:58 PM (IST)

नेशनल डेस्क : मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (CSMT) से रविवार को भारत गौरव ट्रेन की शुरुआत हो गई है। इस खास मौके पर महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी मौजूद रहे। उनके द्वारा ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। यह ट्रेन छत्रपति शिवाजी महाराज के जीवन, कार्यों और ऐतिहासिक स्थलों से जुड़े पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से चलाई जा रही है।

छत्रपति शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक की 351वीं वर्षगांठ पर विशेष ट्रेन

इस ट्रेन की शुरुआत ऐसे समय हुई है जब पूरे राज्य में छत्रपति शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक की 351वीं वर्षगांठ मनाई जा रही है। इस अवसर पर शुरू हुई भारत गौरव ट्रेन न केवल ऐतिहासिक स्थलों का दर्शन कराएगी, बल्कि यात्रियों को मराठा इतिहास से जुड़ने का एक शानदार अवसर भी देगी।

क्या बोले अधिकारी?

मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी डॉ. स्वप्निल डी. नीला ने बताया कि, "भारत गौरव ट्रेन का छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस से शुरू होना हमारे लिए गर्व की बात है। यह ट्रेन यात्रियों को उन ऐतिहासिक स्थलों की यात्रा पर ले जा रही है, जहां छत्रपति शिवाजी महाराज के महत्वपूर्ण कार्य हुए थे। यह सिर्फ एक यात्रा नहीं, बल्कि इतिहास से जुड़ने का अनुभव है।"

कितने यात्री कर रहे हैं सफर?

इस यात्रा में कुल 710 यात्री भाग ले रहे हैं। इन यात्रियों को तीन श्रेणियों में बांटा गया है:

  • 480 यात्री स्लीपर क्लास में
  • 190 यात्री कम्फर्ट क्लास (3AC) में
  • 40 यात्री सुपीरियर क्लास (2AC) में

6 दिन का खास टूर – जानिए क्या है यात्रा का रूट:

यह यात्रा कुल 6 दिनों की है और यात्रियों को छत्रपति शिवाजी महाराज से जुड़ी महत्वपूर्ण जगहों पर ले जाएगी।

  • पहला दिन – माणगांव पहुंचकर रायगढ़ किले का भ्रमण
  • दूसरा दिन – पुणे में लाल महल, कस्बा गणपति मंदिर और शिवसृष्टि का दौरा
  • तीसरा दिन – शिवनेरी किला और भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग मंदिर दर्शन
  • चौथा दिन – सतारा और प्रतापगढ़ किले की यात्रा
  • पांचवां दिन – कोल्हापुर में महालक्ष्मी मंदिर और पन्हाला किला
  • छठा दिन – मुंबई वापसी

लोगों से मिल रहा शानदार रिस्पॉन्स

इस ऐतिहासिक यात्रा को लेकर यात्रियों में उत्साह देखने को मिल रहा है। सोशल मीडिया पर भी लोग इस पहल की सराहना कर रहे हैं। मराठा इतिहास को जानने और उसे महसूस करने का यह एक अनूठा तरीका है।



 


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Content Editor

Mehak

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