ITR नहीं भरा तो पछताओगे! चाहे नौकरी करो या न करो, Income Tax रिटर्न फाइल करने पर होते हैं ये 7 बड़े फायदे

punjabkesari.in Thursday, Jul 24, 2025 - 03:33 PM (IST)

नेशनल डेस्क: इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) फाइल करने का सीजन जोरों पर है। बहुत से लोग अपना ITR भर चुके हैं और कईयों को तो रिफंड भी मिल चुका है। लेकिन कुछ लोग अब भी यह सोचकर पीछे हट रहे हैं कि जब इनकम टैक्स के दायरे में नहीं आते, तो ITR क्यों भरें? अगर आप भी यही सोचते हैं, तो संभल जाइए! क्योंकि ITR फाइल करना सिर्फ टैक्स भरने का जरिया नहीं है, यह आगे चलकर आपको कई बड़े फायदों से जोड़ेगा। यहां हम आपको बता रहे हैं ऐसे 7 बड़े फायदे, जो सिर्फ ITR फाइल करने से मिलते हैं — चाहे आप कमाते हों या नहीं।

1. आपकी इनकम का सबसे मजबूत प्रूफ

अगर आप फ्रीलांसर हैं, कॉन्ट्रैक्ट पर काम करते हैं या फिर बिजनेस करते हैं, तो आपकी आमदनी का कोई तय फॉर्म नहीं होता। ऐसे में ITR ही आपका आधिकारिक इनकम प्रूफ बनता है। यह डॉक्युमेंट आगे चलकर घर किराए पर लेने, बच्चों के स्कूल एडमिशन या पासपोर्ट बनवाने जैसी चीजों में बहुत काम आता है।

2. लोन लेने में नहीं आती कोई अड़चन

अगर आप होम लोन, कार लोन या पर्सनल लोन लेने की सोच रहे हैं, तो बैंक आपसे पिछले कुछ वर्षों का ITR जरूर मांगता है। बैंक के लिए ITR एक भरोसेमंद दस्तावेज होता है, जो आपकी आर्थिक स्थिति और कमाई को दर्शाता है। इससे आपका लोन आसानी से अप्रूव हो सकता है।

3. कटे हुए TDS का रिफंड पाने में मददगार

कई बार आपकी इनकम भले ही टैक्स फ्री हो, लेकिन उस पर TDS (टैक्स डिडक्टेड ऐट सोर्स) कट जाता है। ऐसे में आप ITR फाइल करके सरकार से अपना रिफंड वापस पा सकते हैं, जो आपकी मेहनत की कमाई है।

4. विदेश यात्रा या वीजा के लिए जरूरी दस्तावेज

अगर आप टूरिज्म, स्टडी या वर्क वीजा के लिए विदेश जाना चाहते हैं, तो ITR आपके वीजा आवेदन को मजबूत बनाता है। दूतावास आपके आर्थिक हालात को समझने के लिए ITR को मान्य दस्तावेज मानता है, जिससे वीजा मिलने की संभावना बढ़ जाती है।

5. सरकारी कॉन्ट्रैक्ट और टेंडर पाने में जरूरी

अगर आप ऐसा बिजनेस शुरू कर रहे हैं जिसमें आपको सरकारी विभाग से टेंडर या कॉन्ट्रैक्ट चाहिए, तो कम से कम 3–5 साल का ITR दिखाना जरूरी होता है।
सरकारी कामकाज में पारदर्शिता और भरोसे के लिए यह दस्तावेज बेहद अहम माना जाता है।

6. सरकारी योजनाओं का लाभ लेने में सहायक

कई बार सरकारी स्कीम जैसे कि पीएम आवास योजना, छात्रवृत्ति या पेंशन में आवेदन करते समय इनकम प्रूफ की मांग की जाती है। ऐसे में ITR ही आपके पास एकमात्र वैध दस्तावेज होता है, जिससे आप इन योजनाओं का लाभ उठा सकते हैं।

7. हाई-वैल्यू बीमा पॉलिसी खरीदने में जरूरी

अगर आप कोई बड़ी टर्म इंश्योरेंस पॉलिसी लेना चाहते हैं - जैसे कि ₹50 लाख या ₹1 करोड़ से ऊपर की तो बीमा कंपनियां आपसे ITR मांगती हैं। यह दिखाता है कि आप उस बीमा की प्रीमियम भरने में सक्षम हैं, जिससे पॉलिसी लेने में कोई अड़चन नहीं आती।


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Content Editor

Ashutosh Chaubey

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