बुरे फंसोगे! इन 10 ट्रांजेक्शन पर Income Tax रखता है कड़ी नजर, नंबर 7 की गलती सबसे ज्यादा होती है
punjabkesari.in Thursday, Jul 24, 2025 - 11:42 AM (IST)

नेशनल डेस्क: इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) फाइल करने का मौसम आ गया है और इस बार भी सरकार ने आयकर रिटर्न फाइल करने की तारीख बढ़ा दी है। ऐसे में बहुत से लोग टैक्स बचाने के लिए अपनी कमाई कम दिखाने की कोशिश करते हैं। लेकिन आपको यह जानना जरूरी है कि आयकर विभाग पैनी निगाह से आपकी फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन की जांच करता है। अगर आपके खर्च और कमाई के बीच बड़ा अंतर है तो आपको नोटिस भी मिल सकता है। आज हम आपको उन 10 खास ट्रांजेक्शन के बारे में बताएंगे जिन पर इनकम टैक्स विभाग की नजर सबसे ज्यादा रहती है और अगर आप इन पर ध्यान नहीं देंगे तो परेशानी हो सकती है।
1. बैंक में जमा बड़ी रकम और कम आय दिखाना
अगर आपने अपनी आय कम दिखाई है लेकिन बैंक अकाउंट में बड़ी रकम जमा की है तो आयकर विभाग को शक हो सकता है। उदाहरण के लिए अगर आपकी इनकम 5 लाख सालाना है लेकिन बैंक में 10 लाख जमा हो रहे हैं तो यह स्पष्ट होगा कि आपने अपनी कमाई पूरी नहीं दिखाई। ऐसे में विभाग आपसे जमा पैसे का स्रोत पूछ सकता है और नोटिस भेज सकता है।
2. क्रेडिट कार्ड से आय से अधिक खर्च
अगर आप सालभर में क्रेडिट कार्ड से अपनी कुल आय से ज्यादा पैसे खर्च करते हैं तो भी आयकर विभाग आपकी ओर ध्यान देगा। विभाग जांच करेगा कि इतनी बड़ी रकम कहां से आई और खर्च क्यों किया गया। इस दौरान आपको अपने खर्च के लिए उचित दस्तावेज देना पड़ सकता है।
3. ITR और फॉर्म 26AS या AIS में अंतर
आपके द्वारा फाइल किए गए आयकर रिटर्न (ITR) और फॉर्म 26AS या AIS (Annual Information Statement) में अगर कोई अंतर हो तो यह भी विभाग के लिए चिंता का विषय है। फॉर्म 26AS में आपके टैक्स डिडक्शन और क्रेडिट की जानकारी होती है। इसलिए ITR फाइल करने से पहले इन दस्तावेजों को अच्छे से जांच लेना चाहिए ताकि कोई विसंगति न हो।
4. प्रॉपर्टी की खरीद-फरोख्त
अगर आपने किसी साल बड़ी रकम की प्रॉपर्टी खरीदी या बेची है तो आयकर विभाग आपकी वित्तीय गतिविधियों की गहरी जांच करेगा। विभाग को यह पता लगाना होता है कि प्रॉपर्टी खरीदने और बेचने के लिए आपने कितनी आय दिखाई है और उससे कितनी टैक्स दी है। प्रॉपर्टी से जुड़े सारे दस्तावेज और लेनदेन सही तरीके से रखना जरूरी है।
5. एफडी और सेविंग्स में जरूरत से ज्यादा जमा
अगर आपके बैंक में जमा रकम सामान्य आय से ज्यादा है या आपने बहुत बड़ी रकम फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) में लगाई है तो भी नोटिस मिलने का खतरा रहता है। आयकर विभाग जांच करेगा कि ये पैसे कहां से आए और आपने इसे आईटीआर में सही तरीके से दिखाया है या नहीं।
6. स्टॉक्स, म्यूचुअल फंड और IPO में निवेश
अगर आपने स्टॉक्स, म्यूचुअल फंड या आईपीओ में भारी निवेश किया है या इनसे अच्छा मुनाफा कमाया है तो यह भी आयकर विभाग की निगरानी में आता है। हालांकि अगर आपने इनकम का पूरा सोर्स सही तरीके से बताया है तो विभाग संतुष्ट रहता है। लेकिन छुपाने पर नोटिस आ सकता है।
7. FD का ब्याज और किराए की आमदनी न दिखाना
यह सबसे आम और बड़ी गलती है जो लोग करते हैं। कई बार FD से मिले ब्याज या किराए की आमदनी को लोग भूल जाते हैं या जानबूझकर ITR में नहीं दिखाते। यह एक गंभीर चूक है जिससे तुरंत आयकर विभाग की नजर आपकी ओर जाती है। ब्याज और किराए की आय भी टैक्स के दायरे में आती है, इसलिए इसे छिपाना जोखिम भरा हो सकता है।
8. विदेश यात्रा में भारी खर्च
अगर आपने विदेश यात्रा पर काफी पैसे खर्च किए हैं लेकिन अपनी कमाई कम दिखाई है तो यह भी विभाग के लिए संदिग्ध होता है। विदेश यात्रा के खर्च और आपकी आय में असंगति देख कर नोटिस भेजा जा सकता है।
9. किराए की आमदनी पर TDS न दिखाना
अगर आप किराए की अच्छी आमदनी कमाते हैं लेकिन उसका टैक्स डिडक्शन नहीं कराते या ITR में TDS नहीं दिखाते तो आयकर विभाग को शक हो सकता है। सही टैक्स भुगतान और डिटेल देना आवश्यक है।
10. कैश में 2 लाख से ज्यादा की खरीदारी
अगर आपने नकद में 2 लाख रुपये से ज्यादा की कोई चीज खरीदी है तो यह ट्रांजेक्शन भी टैक्स विभाग के अलर्ट में आता है। इस तरह के बड़े कैश ट्रांजेक्शन पर नोटिस मिलने का खतरा रहता है क्योंकि कैश लेनदेन को रोकने के लिए सरकार सख्त है।
इन बातों का रखें खास ध्यान
इन सभी बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए अपनी आयकर रिटर्न सही और पूरी जानकारी के साथ फाइल करें। किसी भी प्रकार की छुपी हुई आय या गलत जानकारी देने से आपको कड़ी कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए दस्तावेज सही रखें, खर्च और आय का रिकॉर्ड रखें और किसी भी बड़ी रकम की ट्रांजेक्शन को सही तरीके से बताएं।