बांग्लादेश की पीएम हसीना दिल्ली पहुंचीं, पीएम मोदी के साथ वार्ता आज, इन समझौतों पर लगेगी मुहर
punjabkesari.in Tuesday, Sep 06, 2022 - 07:06 AM (IST)

नई दिल्लीः बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना अपने भारतीय समकक्ष नरेंद्र मोदी के साथ बातचीत करने के लिए चार दिवसीय यात्रा पर सोमवार को यहां पहुंचीं। इस मुलाकात के बाद दोनों पक्षों के रक्षा, व्यापार और नदी जल बंटवारे सहित प्रमुख क्षेत्रों में समझौतों पर हस्ताक्षर करने की संभावना है। हसीना ने पिछली बार अक्टूबर 2019 में नई दिल्ली की यात्रा की थी।
नई दिल्ली पहुंचने पर हवाई अड्डे पर केंद्रीय मंत्री दर्शना जरदोश ने बांग्लादेश की प्रधानमंत्री की अगवानी की। हसीना मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी में प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात करेंगी।बांग्लादेश की प्रधानमंत्री राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से भी मुलाकात करेंगी।
Delighted to call on Prime Minister Sheikh Hasina of Bangladesh this evening.
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) September 5, 2022
The warmth and frequency of our leadership level contacts is a testimony to our close neighborly partnership. pic.twitter.com/bJpheOAyzp
हसीना की राजकीय यात्रा के पहले दिन विदेश मंत्री एस जयशंकर ने उनसे मुलाकात की। जयशंकर ने ट्वीट किया, "आज शाम बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना से मुलाकात करके प्रसन्नता हुई। हमारे नेतृत्व स्तर के संपर्कों की गर्मजोशी और बारंबारता हमारी करीबी पड़ोसी साझेदारी का प्रमाण है।" अपने आगमन के कुछ घंटे बाद, हसीना ने दिल्ली में दरगाह निजामुद्दीन औलिया का दौरा किया।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने हसीना के दिल्ली पहुंचने पर ट्वीट किया, ‘‘बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के नई दिल्ली आगमन पर रेलवे और कपड़ा राज्य मंत्री दर्शना जरदोश ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। यह यात्रा दोनों देशों के बीच बहुआयामी संबंधों को और मजबूत करेगी।''
बृहस्पतिवार को बांग्लादेश की प्रधानमंत्री राजस्थान के अजमेर में सूफी संत मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह जाएंगी। हसीना के प्रतिनिधिमंडल में कई मंत्री-वाणिज्य मंत्री टीपू मुंशी, रेल मंत्री मोहम्मद नूरुल इस्लाम सुजान और मुक्ति संग्राम मंत्री एकेएम मोजम्मेल हक शामिल हैं। पिछले महीने, भारत और बांग्लादेश ने कुशियारा नदी के पानी के अंतरिम बंटवारे पर समझौते के मसौदे को अंतिम रूप दिया था। समझौता ज्ञापन पर मंगलवार को दस्तखत होने हैं।
दिल्ली में 25 अगस्त को हुई भारत-बांग्लादेश संयुक्त नदी आयोग (जेआरसी) की 38वीं मंत्रिस्तरीय बैठक में समझौता ज्ञापन (एमओयू) के मसौदा को अंतिम रूप दिया गया। भारत और बांग्लादेश 54 नदियों को साझा करते हैं, जिनमें से सात की पहचान प्राथमिकता के आधार पर जल-बंटवारा समझौतों की रूपरेखा विकसित करने के लिए की गई थी। भारत और बांग्लादेश के बीच समग्र रणनीतिक संबंध पिछले कुछ वर्षों में तेजी से बढ़े हैं।
पिछले साल मार्च में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शेख मुजीबुर रहमान की जन्म शताब्दी और पड़ोसी देश के मुक्ति संग्राम के 50 साल पूरे होने के अवसर पर आयोजित कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए बांग्लादेश की यात्रा की थी। घनिष्ठ संबंधों के तहत, भारत ने बांग्लादेश की मुक्ति के लिए 1971 में हुए युद्ध की 50वीं वर्षगांठ पर कई कार्यक्रमों की मेजबानी की। दोनों प्रधानमंत्रियों के बीच 2015 से 12 बार मुलाकात हो चुकी है। बांग्लादेश अब दक्षिण एशिया में भारत का सबसे बड़ा व्यापार भागीदार है और पिछले पांच वर्षों में द्विपक्षीय व्यापार नौ अरब डॉलर से बढ़कर 18 अरब डॉलर का हो गया है।