विधानसभा चुनावः क्या बदलेगा रिवाज या फिर होगी कांग्रेस की वापसी? हिमाचल में थमा चुनाव प्रचार

punjabkesari.in Thursday, Nov 10, 2022 - 06:27 PM (IST)

नेशनल डेस्कः हिमाचल प्रदेश में 68 सीटों पर होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए गुरुवार को चुनाव प्रचार थम गया। हिमाचल में पिछले 40 दिनों से कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और भाजपा के नेताओं ने जमकर चुनाव प्रचार किया। हिमाचल में 12 नवंबर को वोट डाले जाएंगे, जबकि नतीजों का ऐलान 8 दिसंबर को किया जाएगा। यहां पांच साल भाजपा और पांच साल कांग्रेस की सरकार का रिवाज रहा है। लेकिन इस बार भाजपा इस रिवाज को बदलने का दावा कर रही है। वहीं, कांग्रेस का कहना है कि रिवाज नहीं बदलेगा।

पीएम मोदी ने जमकर किया प्रचार
विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिमाचल प्रदेश में आकर कई परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया। पीएम मोदी ने भाजपा के पक्ष में माहौल बनाने के लिए कई बड़ी परियोजनाएं लॉन्च की। इनमें बिलासपुर एम्स का उद्धाटन और ऊना से दिल्ली तक वंदे भारत एक्सप्रेस की सौगात दी है। इसके अलावा उन्होंने चुनाव से पहले शिमला में रोड शो कर जनता के मिजाज को भांपने की कोशिश की।

भाजपा का नारा ‘बदलेगा रिवाज’
भाजपा ने इस विधानसभा चुनाव में ‘बदलेगा रिवाज’ का नारा दिया है। भाजपा के दो कद्दावर नेता पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर दोनों का नाता हिमाचल प्रदेश है। यहां पर भाजपा ने दोबारा सत्ता में वापसी के लिए पूरी ताकत लगा दी है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, जेपी नड्डा समेत भाजपा के फायर ब्रांड नेता और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी कई सभाएं की हैं। इसके अलावा पीएम मोदी ने 5 नवंबर और 9 नवंबर को चुनावी रैली के जरिए भाजपा के पक्ष में मतदान के लिए जनता से अपील की है। भाजपा राम मंदिर निर्माण, सर्जिकल स्ट्राइक और विकास के नाम पर जनता से वोट मांग रही है।

राहुल गांधी प्रचार से दूर, प्रियंका ने संभाली कमान
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी इन दिनों भारत जोड़ो यात्रा में व्यस्त हैं। उनकी गैरमौजूदगी में कांग्रेस की ओर से पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी ने चुनाव की कमान संभाली है। हिमाचल प्रदेश के चुनाव प्रभारी भूपेश बघेल और सह प्रभारी राजीव शुक्ला पांच साल बाद कांग्रेस की सत्ता की वापसी के लिए पूरा दम लगा रहे हैं। कांग्रेस ने इस चुनाव में पुरानी पेंशन स्कीम, नौकरी, रोजगार और पेपर लीक, बागवानी समेत कई मुद्दे उठाए हैं। कांग्रेस ने चुनाव मे रिवाज नहीं बदलेगा का नारा दिया है।

पुरानी पेंशन स्कीम बनेगी बड़ा मुद्दा
हिमाचल प्रदेश में पुरानी पेंशन स्कीम बड़ा मुद्दा हो सकती है। राज्य में सरकारी कर्मचारी इसके लिए विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। राजस्थान में गहलोत सरकार ने पुरानी पेंशन स्कीम को सफलतापूर्वक लागू कर हिमाचल को यह संदेश देने की कोशिश की है। अगर यहां भी कांग्रेस की सरकार बनती है तो पुरानी पेंशन स्कीम को लागू किया जाएगा।

AAP की एंट्री
इस बार हिमाचल के चुनाव में आम आदमी पार्टी की एंट्री से मुकाबला रोचक हो गया है। हालांकि, स्थानीय स्तर पर लोगों का मानना है कि मुख्य मुकाबला कांग्रेस और भाजपा के बीच ही है। आप को यहां से कुछ भी नहीं मिलेगा। आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने हाल ही मे रोड शो किया था। केजरीवाल ने जनता को दिल्ली मॉडल के नाम पर जनता को आप को जिताने की अपील की है।

बागी बिगाड़ेंगे खेल?
हिमाचल प्रदेश में टिकट न मिलने से कई नेता नाराज बताए जा रहे हैं। भाजपा के कई बागी नेताओं ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। ऐसे में भाजपा के लिए बागी सिरदर्द बनकर उभरे हैं। कई मौकों पर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर समेत कई नेताओं ने बागियों को मनाने की कोशिश की है। हाल ही में एक वायरल वीडियो के मुताबिक, पीएम मोदी ने एक बागी नेता से फोन पर बात कर पर्चा वापस लेने के लिए कहा था।


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Content Writer

Yaspal

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